कई बार लग चुकी है पेनल्टी, कई बार किया जा चुका है जब्त
जोधपुर। प्रदेश में मिलावटखोरी पर रोकथाम के लिए सरकार लगातार काम कर रही है लेकिन ऐसे में कुछ ऐसे मुनाफाखोर होते है जो लोगों के स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोचते है उन्हें सिर्फ अपने फायदे से मतलब है। ऐसा ही एक घी है जो बार बार अमानक स्तर का पाए जाने बावजूद लगातार बाजार में बिक रहा है दीपावली से पहले कृषि मंडी जोधपुर में खाद्य सुरक्षा अधिकारी रजनीश शर्मा एवं विजय कंवर और सहायक भेराराम ने मंडोर मंडी स्थित जनता ट्रेडर्स का निरीक्षण किया जहां कई कार्टून में वास्तु घी की अलग अलग पेकिंग के डिब्बे रखे हुए थे। प्रथम दृष्टया घी की क्वालिटी घटिया दिखाई देने पर वहां रखा 800 लीटर वास्तु घी को जब्त किया गया था और उन्हीं के दो सैंपल लिए गए थे।

जांच रिपोर्ट में सुधार नहीं, पहले की तरह घटिया
वास्तु घी प्रदेश में कई बार अमानक स्तर का पाया गया था। वास्तु घी की क्वालिटी को लेकर आप इससे अंदाजा लगा सकते है कि हर जिले में इसकी लगातार सैंपलिंग की जा रही है और कई बार ये घी अमानक स्तर का पाया गया है फिर भी सरकार ऐसे घी पर रोक नहीं लगा रही है ये समझ से परे है। पिछले वर्ष ब्यावर में हुई कार्यवाही में 700 लीटर वास्तु घी को जब्त किया गया था साथ ही जुलाई 2025 में बाड़मेर में खत्री किराना स्टोर से वास्तु घी और कई अन्य खाद्य सामग्रियों की सैंपलिंग की गई थी जिसकी रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर न्याय निर्णयन अधिकारी ने 4 लाख 20 हजार का जुर्माना लगाया था। इसी वर्ष जून में भी जैसलमेर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने इस घी का सैंपल लिया है और जोधपुर में लिए गए सैंपल भी अमानक स्तर के पाए गए है।
आम जनता और व्यापारी ध्यान दे
वास्तु घी भले ही आपको अन्य ब्रांड से सस्ता मिल रहा होगा लेकिन सस्ते के चक्कर में आप अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। वहीं व्यापारी भी ऐसे घी को बेचने से बचे क्योंकि वास्तु घी ब्रांड अपने आप को बढ़िया घी बताता है लेकिन सरकारी की अत्यधिक रिपोर्ट में ये अमानक स्तर का पाया गया है इसलिए ऐसे घटिया घी की बेचकर आम जनता के साथ धोखा नहीं करे।
झूठी खबरे प्रकाशित करवाते है वास्तु घी के मालिक
इस घी मैनेजमेंट ने इसको बेचने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे है कुछ छोटे और बिकाऊ समाचार पत्रों में अपनी तारीफे छपवाकर आम जनता और व्यापारियों के सामने अपने ब्रांड को अच्छा बताया जा रहा है। लेकिन ऐसे समाचार पत्रों का खुद कोई वजूद नहीं है सिर्फ एक कटिंग बनाकर वायरल कर देते है और जनता को भ्रमित करते है लेकिन हकीकत ये है कि वास्तु घी अमानक स्तर का है और इसमें घी जैसा कुछ नहीं है।
हमारे समाचार पत्र की भी नकली न्यूज कटिंग बनवाई
वास्तु घी की मैनेजमेंट टीम के गुर्गों द्वारा हमारे समाचार पत्र के नाम से नकली कटिंग बनवाकर वायरल की गई क्योंकि हमारा समाचार पत्र पूरे देश में सबसे ज्यादा खाद्य पदार्थों की खबरों को प्रकाशित करता है और घटिया घी बेचने वालों को बेनकाब करता है। हमारे समाचार पत्र ने आम जनता का विश्वास जीता है इसलिए हमारे समाचार पत्र का नाम लगाकर अपने घटिया घी की तारीफ लिखवाकर वायरल किया जा रहा है लेकिन आपके घी की क्वालिटी ही अपनी बेहतर बनाती है झूठ का सहारा लेकर व्यापार नहीं किया जा सकता।
