मरियम मसाला मौत का मसाला, सरकारी जांच में पाया गया अनसेफ

2 जून को खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने लिए थे मरियम मसाले के 2 सैंपल

वहीं बोरुंदा स्थित भाग्य श्री मसाले की फर्म से लिया गया मसाले का सैंपल भी अनसेफ पाया गया है

दैनिक महका संसार ने हमेशा से ही जनता के हितो के लिए कार्य किया है आम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों का हम लगातार पर्दाफाश कर रह है। हमने इन मिलावटी नॉन वेज मसालों को लेकर मार्च में खबर प्रकाशित की थी इसी के अनुसार जोधपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारीयो ने भी कई मसालों के सैंपल लिए थे जिनकी रिपोर्ट आनी शुरू हुई है इसी के आधार पर हम आपको जागरुक कर रहे हैं, ऐसे घटिया मसालों का इस्तेमाल कर आप अपने परिवार की जान से खिलवाड़ ना करें।

जोधपुर। प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशों के अनुसार पूरे प्रदेश में लगातार मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है इसी के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुरेंद्र सिंह शेखावत की मॉनिटरिंग में खाद्य सुरक्षा दल मुस्तैद है और लगातार सैंपलिंग भी की जा रही है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी रजनीश शर्मा ने 2 जून को नया तालाब स्थित मरियम मसाले की फैक्ट्री में जाकर वहां बन रहे मसालो का निरीक्षण किया फैक्ट्री में मरियम मसाला ब्रांड से पाउच पैकिंग किए जा रहे थे। जिसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मरियम मसाला का ही चिकन दाना मसाला एवं पुलाव बिरयानी मसाले का सैंपल लिया था।

मरियम मसाले आपकी सेहत को बिगाड़ सकते है 

खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा मरियम मसाले की ही वैरायटी चिकन दाना मसाला एवं पुलाव बिरयानी मसाले का सैंपल लिया गया था जिसकी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए है इन दोनों मसालों में कृत्रिम रंग और हानिकारक तत्व मिले है जो आपकी और आपके बच्चों की सेहत बिगाड़ सकते है। हमारा मकसद आपको जागरुक करना है ताकि आप ऐसे घटिया मसालों के इस्तेमाल से बचे जिससे आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ ना हो। हालांकि इन सैंपलों की अन्य लैब में जांच करवाई जा सकती है विभाग द्वारा इसके लिए 1 माह का समय दिया जाता है।

ऐसे मसालों के इस्तेमाल से होती है कई बीमारियां

मरियम मसाले की जांच में मसाले में कृत्रिम रंग पाया गया है जिसकी अधिक मात्रा में सेवन करने पर आपके पाचन तंत्र पर असर पड़ता है एसिडिटी, गैस या अपच की समस्या, आंतों में जलन या सूजन हो सकती है साथ ही ऐसे मसाले के सेवन से एलर्जी और त्वचा की समस्या भी होती है त्वचा पर खुजली दाने या चकत्ते, सांस लेने में तकलीफ यहां तक की ऐसे घटिया मसाले खाने से आपके लीवर और किडनी पर भी प्रभाव पड़ता है यहां तक की कुछ सिंथेटिक रंगों में कैंसर कारी तत्व होते हैं एवं वह आपको कैंसर की बीमारी दे सकते हैं

सस्ते मसालो में तय मानकों से ज्यादा मिलाया जा रहा है कृत्रिम रंग 

बाजार में नॉनवेज की दुकानों पर कई तरह के मसाले बिक रहे हैं जिनकी कीमत आप सभी को पता है यह मसाले ग्राहकों को मात्र 10 एवं 20 रुपए में 20 से 30 ग्राम मसाला बेचा जा रहा है ये तो ग्राहकों को इस रेट में बेचे जाते हैं तो इसकी कंपनी की लागत की रेट कितनी हो सकती है आप अंदाजा लगा सकते हैं हम स्वाद के चक्कर में स्वास्थ्य का नुकसान कर रहे हैं 10 एवं 20 रुपए के मसालों में क्या मिला होगा यह सोचने एवं जांच करने का विषय है आप जब भी कोई नॉनवेज मसाला घर लेकर आते हैं तो उसकी रेसिपी बनाते हो तो आपको दिखाई देगा कि मसाला मिलाते समय आपके हाथ पूरे तरीके से लाल या अन्य कलर के हो जाते हैं यह अंदाजा आप स्वयं लगाए यह कलर आपके शरीर में जाकर कितना नुकसान करेगा।

महका संसार मिलावट करने वालों के खिलाफ अभियान जारी रखेगा और शहर में जो भी ऐसे मसाले बना रहे है या बेच रहे वो सावधान रहे, हम आम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। अगर आपको भी लगे कि कहीं पर नकली मसाले बिक रहे या बन रहे है तो इसकी सूचना चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को दे या फिर आप हमें भी कॉल कर सकते है। 9799921111

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