पिंडवाड़ा। सर्दी-जुकाम से पीड़ित मासूम की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हो गई। इंजेक्शन लगाने के बाद मासूम को उल्टी हुई, होंठ और जीभ काले पड़ गए थे। मामला स्वरूपगंज के कछोली गांव का है। पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। थानाधिकारी कमल सिंह ने बताया कि स्वरूपगंज कछोली निवासी नरपत सिंह ने मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि उसकी बेटी जाह्नवी (8) तीसरी क्लास में पढ़ती थी। स्कूल से आने के बाद शुक्रवार को वह ट्यूशन गई थी। इसके बाद घर लौटी तो सर्दी-जुकाम होने पर इलाज करवाने के लिए झोलाछाप डॉक्टर मंसूर अली के पास ले गए।इंजेक्शन लगाते ही ज्यादा बिगड़ी तबीयत मंसूर अली ने उसे इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। इस पर एक बार परिजनों ने मना किया, लेकिन झोलाछाप डॉक्टर ने कहा कि एक इंजेक्शन लगते ही तबीयत ठीक हो जाएगी।मंसूर अली ने जाह्नवी के इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाने के बाद मासूम जैसे ही खड़ी हुई, उसे तुरंत उल्टी हो गई। देखते ही देखते होंठ काले हो गए। जाह्नवी की तबीयत लगातार बिगड़ती गई और थोड़ी देर में मौके पर ही उसकी मौत हो गई।आबूरोड पहुंचते ही डॉक्टरों ने मृत घोषित किया मासूम की मौत के बाद भी झोलाछाप डॉक्टर ने कहा-बच्ची की तबीयत ठीक नहीं है, उसे आगे ले जाओ। परिजन बच्ची को आबूरोड के सरकारी अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने मंसूर अली को गिरफ्तार कर लिया।
सीएमएचओ ने दिए झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दिनेश खराड़ी ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है। बच्ची का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। खराड़ी ने बताया कि उन्होंने सभी ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए है कि सभी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।