कमिश्नर साहब ध्यान दे, रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री से आम जनता में पुलिस की छवि हो रही है खराब

पूर्व पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह ने दिखाई थी सख्ती, 8 बजे बाद हर ठेके के बार तैनात किए थे पुलिस के जवान, जनता में जगा था विश्वास, वो अब वापस खोने लगा है

जोधपुर। पूरे प्रदेश में रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री को बैन किया किया हुआ है फिर भी लगातार 8 बजे बाद शराब की बिक्री की जा रही है जो आज से नहीं जबसे कानून लागू हुआ है तभी से खुलकर इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही है चाहे वो आबकारी विभाग हो या फिर पुलिस, दोनों की नाक के नीचे आराम से बिना रोक टोक के शटर के नीचे छेद करके शराब बेची जा रही जिसको आते जाते सभी लोग देखते है देखकर मुंह फेर लेते है। और मन ही मन नाराज होकर आगे बढ़ जाते है। आम लोगों को पता है इस पर कोई रोक नहीं लगा सकता और क्यों नहीं लगा सकता ये भी सभी को पता है। परन्तु इन सबसे पुलिस की छवि आम जनता में खराब होती है। जनता शराब माफियाओं के सामने पुलिस को कमजोर और असहाय मानती है लेकिन पुलिस को इसको लेकर सख्ती करनी चाहिए जिससे आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी जगे।

पूर्व पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह ने की थी सख्ती

जोधपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह ने पुलिस की छवि को सुधारने के लिए कई कार्य किए थे जिसमें गुब्बा, जुआं, सट्टा चलाने वालों पर सख्ती करके पूरे तरीके से बंद करवा दिया था। जो पहले कभी नहीं हो पाया था।
साथ ही एक और चुनौती रात 8 बजे बाद ठेकों को बंद करवाने के लिए हर थानाधिकारी को पाबंद किया था और हर शराब के ठेके के बाहर पुलिस के जवान तैनात किए थे जिससे काफी हद तक 8 बजे बाद शराब की बिक्री पर रोक लगी थी लेकिन अब ये सब सुचारू रूप से हो चुका है शराब माफियाओं में पुलिस का खौफ खत्म हो चुका है इसलिए पुलिस को इसके लिए सख्ती करनी चाहिए।

कमिश्नर साहब ध्यान दे, शराब माफिया सभी पर हो रहे है हावी

जोधपुर के पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश पासवान अनुभवी और सख्त अफसर माने जाते है। इन्होंने जोधपुर में पद संभालते ही नशे के विरुद्ध सख्ती दिखाई है जिसमें डोडा पोस्त, स्मैक, ड्रग्स, अफीम को बेचने वालों को जमकर सबक सिखाया है साथ ही गुब्बा, जुआं खेलने वालों पर भी लगातार और ताबड़तोड़ कार्यवाहियां जारी हैं जिससे ऐसे व्यापार करने वालों को भूखे मरने की नौबत आ गई है लेकिन अब 8 बजे बाद शराब बेचने वालों पर कार्यवाहियां अभी बाकि है शायद अगला नंबर इन्हीं का हो सकता है। इसलिए शराब माफिया पुलिस कमिश्नर को हल्के में नहीं लेवें शहर अब धीरे धीरे सुधार की और बढ़ रहा है।

रात 8 बजे बाद पुलिस द्वारा ठेकों को सील करना चाहिए

ऐसी बात नहीं है पुलिस कुछ करती नहीं, रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री को बंद करने के लिए पुलिस ने कई प्रयास भी किए है लेकिन शराब माफिया इसका तोड़ निकाल ही लेते है ठेके पर पुलिसकर्मियों को खड़ा करने से पुलिस कर्मी वही पर रिजर्व हो जाते है पुलिस के पास वैसे भी सुविधाओं का अभाव है, हर थाने में स्टाफ की कमी भी है ऐसे में हर ठेके पर पुलिसकर्मियों को तैनात करने से दूसरे कार्यों में कई दिक्कत आ सकती हैं। इसलिए हर ठेके को रात 8 बजे पुलिस का ही ताला पुलिस द्वारा लगाकर उसे सील कर देना चाहिए और सुबह वापस पुलिस द्वारा ही इसे खोला जाना चाहिए। जिससे सिर्फ एक बार रात 8 बजे और एक बार सुबह 10 बजे की ही ड्यूटी रहेगी लगातार ठेके के बाहर ड्यूटी करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।