इम्तियाज अहमद/दैनिक महका संसार
जयपुर। सचिन पायलट ने मोर्चा खोल दिया है और वसुंधरा राजे की सरकार के समय में घोटाले होने का दावा किया है लेकिन आश्चर्य की बात तो ये है सरकार के साढ़े चार वर्ष पूर्ण होने जा रहे और ऐसे समय में वसुंधरा को निशाना बनाते हुए घोटाले की जांच में ढिलाई बरतने का आरोप लगा रहे है सचिन पायलट ने कार्यवाही नही होने का दावा करते हुए एक दिवसीय अनशन किया है लेकिन इस अनशन में घोटाले की आड़ में राजनीति ज्यादा दिखाई दे रही है और इसी मुद्दे को लेकर वो आगे बढ़ना चाहते है हो सकता है पायलट कांग्रेस छोड़ दे, तो ऐसे में इसी को अपना मुद्दा बनाते हुए आगे बढ़ने के मूड में है।
अनशन के समय को लेकर उठते सवाल
सचिन पायलट पहले प्रदेश अध्यक्ष रहे और खुद दिसंबर 2018 से लेकर 14 जुलाई 2020 तक उप मुख्यमंत्री भी थे लेकिन उस समय सचिन पायलट को ये मुद्दा याद नही आया जब पायलट उप मुख्यमंत्री थे तो बहुत कुछ कर सकते थे और उनके हाथ सत्ता भी थी लेकिन उस समय पायलट ने इस मुद्दे को नही उठाया था लेकिन अब गहलोत से मतभेदों के चलते किसी न किसी रूप से गहलोत पर निशाना लगाते रहे है लेकिन अब इस प्रकार का अनशन कोई मायने नहीं रखता है जब चुनाव करीब है और इस तरह अचानक वसुंधरा राजे के घोटाले याद आ रहे है हालाकि सचिन पायलट ये दावा कर रहे है कि इस मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखे थे लेकिन कब लिखे थे और क्या लिखा था उन्होंने इसका खुलासा नही किया।
आलाकमान पर एक बार फिर बनाना चाहते है दबाव
सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन किया है लेकिन इस अनशन के द्वारा पायलट आलाकमान पर दबाव बनाना चाहते है और पार्टी में घटते कद पर वे चिंतित है रास्ते तलाशने की खोज में वसुंधरा को निशाना बनाकर राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश कर रहे ताकि आलाकमान पर दबाव बनाया जा सके हालाकि सचिन के इस कदम के बाद पार्टी के राजस्थान प्रभारी सचिन से बाद करने के लिए राजस्थान आ रहे थे लेकिन किसी कारणवश वे नही आ सके। रंधावा के प्रस्तावित कार्यक्रम के अचानक रद्द होने के पीछे भी कई राज हो सकते है पायलट अपने इस अनशन से कई निशाने साध रहे है।
अपने फायदे के लिए राजे को घसीटा
पायलट ने आपसी लड़ाई में वसुंधरा राजे को अपने साथ घसीट रहे है उनके नाम का सहारा लिया जा रहा है जबकि ये साफ है कि चुनाव के कुछ महीनों पहले इस तरह का अनशन कोई मायने नहीं रखता है उधर वसुंधरा राजे की तरफ से कोई बयान नहीं आया है और राजे इस मामले पर नजर बनाए हुए है लेकिन एडवोकेट प्रकाश ठाकुरिया ने कहा कि सचिन न्यायालय के फैसले का अपमान कर रहे है वसुंधरा राजे पर कथित 45 हजार करोड़ के खनन घोटाले पर एडवोकेट प्रकाश ठाकुरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि सचिन पायलट न्यायालय के फैसले का अपमान कर रहे हैं। वसुंधरा राजे को 2015 में ही हाईकोर्ट से मामले में क्लीन चिट मिल चुकी है।
संजीवनी घोटाले पर कुछ नही बोले सचिन
बहु चर्चित संजीवनी क्रेडिट कॉओपरेटिव सोसायटी से जुड़े 900 करोड़ के कथित घोटाले के आरोपों से घिरे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बारे में पायलट ने कुछ नही बोला जबकि अभी हाल ही में ये मामला बहुत सुर्खियों में है लेकिन पायलट ने वसुंधरा सरकार के समय के घोटाले को लेकर अनशन किया है जो कई सवाल खड़े करता है पायलट को राजस्थान में केवल एक घोटाला ही दिखाई दिया है