क्या आप पवन पुत्र नमकीन के साथ मरे हुए पक्षी के अवशेष और गंदगी खा रहे हो, कुछ ऐसा ही दिखाई दिया खाद्य निरीक्षक की जांच में

गंदे तेल में तले और जमीन पर रेत और गंदगी के साथ रखे नमकीन आपको खिलाए जा रहे है

इम्तियाज अहमद/दैनिक महका संसार 

जोधपुर। जिस नमकीन को आप बड़े चाव से खाते हो उस नमकीन की सब्जी भी बनाते हो लेकिन जब आपको पता चले कि इस नमकीन में मरे हुए पक्षी के अवशेष हो सकते है और गंदगी से बने हो सकते है तो आप पर क्या बीतेगी हा कुछ ऐसा ही हुआ है खाद्य विभाग के निरीक्षण के दौरान,

पवन पुत्र फूड प्रोडक्ट की फैक्ट्री में होता है ऐसा निर्माण

खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद कुमार शर्मा, रजनीश शर्मा एवं विजय कंवर की टीम जब पवन पुत्र फूड प्रोडक्ट की फैक्ट्री में जांच के लिए पहुंचे तो वहां की स्थिति देख चौंक गए जहां नमकीन का निर्माण हो रहा था वहां गंदगी पसरी पड़ी थी जहां नमकीन का निर्माण हो रहा था वहां भी सभी जगह गंदगी थी और जहां नमकीन रखा गया था वो भी एक हॉल में ऐसे रखा गया था जहां न तो साफ सफाई थी और ना ही फर्श पर कुछ बिछाया गया था नमकीन को ऐसे रखा गया था जैसे कि जानवरों के खाने का चारा रखा गया हो जानवरों के चारे के समान नमकीन को रखा गया था वही पवन पुत्र नमकीन जो आप बड़े मजे से खाते है और फूड प्वाइजनिंग और कई तरह की बीमारियों को न्योता भी देते हो खाद्य विभाग की टीम ने हमे बीमारियों को न्योता देने वाले नमकीन से बचाया है और अपना काम बखूबी किया है।

जहां नमकीन बन रहा था वहां मृत पक्षियों के अवशेष पाए गए

जिस पवन पुत्र नमकीन की अलग अलग वैरायटी आप खाते हो उसमे शायद मरे हुए पक्षियों के अवशेष भी हो सकते है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि खाद्य विभाग की टीम की जांच में जहां पर नमकीन बन रहा था वहां पर उसकी छत पर लगे जालों में मरे हुए पक्षी जाल में फंसे हुए थे हो सकता है वो ज्यादा संख्या में हो और कई बार नमकीन बनाते हुए तेल के अंदर भी गिरे हो और उसी तेल में बना नमकीन बाजार में बिक रहे है और आप उन्हें खा रहे हो और बीमार हो रहे हो जहां नमकीन बन रहा था वहां जाले लगे हुए थे और वो भी पूरे डस्ट से भरे हुए थे सोचिए हवा के साथ साथ वो डस्ट नमकीन बनाते हुए उसके अंदर भी तो गिरी होगी और वही नमकीन आप खा रहे हो।

नमकीन बनाने वालो का चिकित्सा परीक्षण भी नही था

किसी भी खाद्य पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने का नियम है लेकिन पवन पुत्र फूड प्रोडक्ट की फैक्ट्री में ऐसा कुछ नही था और तो और जो कर्मचारी नमकीन बनाते है उनको भी अपनी साफ सफाई का ध्यान रखना आवश्यक होता है और समय समय पर कार्मिकों का चिकित्सा परीक्षण भी जरूरी होता है जिससे अगर किसी कर्मचारी को कोई इन्फेक्शन या बीमारी हो तो वो उसको खाने वालो में नही फैले लेकिन पवन पुत्र फूड प्रोडक्ट के निर्माण के समय कर्मचारियों का चिकित्सा परीक्षण भी नही करवाया गया था साथ ही मौके से यूज्ड ऑयल और नमकीन के नमूने लिए गए है साथ ही पाई गई कमियों को देखते हुए धारा 32 के तहत विभाग नोटिस भी देगा और लिए गए नमूनों को खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।