मुख्यमंत्री जी ये अपने ही लोग है, अपने ही वोटर्स है जो एयरपोर्ट पर आपका इंतजार कर रहे थे इनके दम पर ही आप सीएम हो, सभी को मिली निराशा

एयरपोर्ट पर मिलने और फरियाद लेकर आए लोग घंटो तक करते रहे इंतजार

जोधपुर। कई महीनों बाद जोधपुर आए मुख्यमंत्री से लोगो को बहुत उम्मीदें थी और कई लोगो के निजी काम थे किसी का तबादला, किसी की पेंशन, किसी को इलाज की दरकार, किसी का नगर निगम का काम सहित सबके अलग अलग काम बाकी पड़े थे सभी को उम्मीद थी कि कई महीनों बाद जोधपुर आए मुख्यमंत्री से मिलेंगे और अपनी पीड़ा बताएंगे लेकिन सभी को निराश होकर वापस जाना पड़ा हालाकि मुख्यमंत्री से एयरपोर्ट पर मिलने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया था लेकिन शायद कुछ लोगो को इसकी सूचना नही होगी या फिर सूचना होने के बावजूद वो अपने पुराने मुख्यमंत्री से मिलने आ गए थे जो आम जन से जुड़े थे लोगो के बीच जाते थे, जनता की समस्या सुनते थे और उनका काम भी होता था इसी के चलते आम लोग उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन अब शायद लोगो को ये नही पता ये हमारे पुराने अशोक गहलोत नही रहे अब समय के साथ बदलाव आ गया है अब उनके व्यवहार और कार्यशैली बदल गई है अब जमीनी नेता कम और हवाई नेता बन गए है। घंटो इंतजार के बावजूद सभी को नाउम्मीद होकर लौटना पड़ा।

पिछली चिट्ठियों पर भी नहीं हुआ काम, इससे लोगो में निराशा

जब मुख्यमंत्री जोधपुर आते है तो सैकड़ों लोग उन्हे अपनी फरियाद की चिट्ठी देते है मुख्यमंत्री उन्हें अपने हाथ में लेकर अपने ओएसडी को दे देते है और ओएसडी इन चिट्ठियों को इकठ्ठा करके एक उचित कार्यवाही का पत्र संबधित विभाग को और फरयादी को भेज देते है लेकिन उस पर कोई काम नही होता है फिर लोग वापस सीएम से मिलने की जुगाड में रहते है लेकिन दूसरी बार उनका नंबर आते महीनो लग जाते है और इस बार तो काफी महीनो से जोधपुर आए मुख्यमंत्री का तो फरियादी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे लेकिन उन्हें आखिर निराशा हाथ लगी।

स्वास्थ्य खराब तो रंगारंग कार्यक्रम के जाना क्यों है जरूरी

पिछले कई महीनों से मुख्यमंत्री गहलोत का स्वास्थ्य खराब होने के चलतें कई कार्यक्रम में नही जा पाए थे लेकिन अब वो धीरे धीरे आयोजनों में जाने लगे है पहले सूचना जारी की गई थी कि मुख्यमंत्री एयरपोर्ट और सर्किट हाउस पर लोगो से मिलेंगे लेकिन बाद में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर ये कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था लेकिन शाम सात बजे मुख्यमंत्री जैकलीन फर्नाडीज, कनिका कपूर की लाइव परफॉर्मेंस देखने पहुंच जाते है वहां उनके स्वास्थ्य को कोई परेशानी नहीं हुई होगी और जनता से मिलते तो उनके परेशानी हो सकती थी और बेटे द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाना भी तो जरूरी था क्योंकि अगर मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में नही आते तो शायद कार्यक्रम पूरे तरीके से फ्लॉप हो सकता था इसलिए अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना मुख्यमंत्री इस आयोजन में पहुंच गए।

क्रिकेट मैच के पास को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष

ये आयोजन आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत के नेतृत्व में किया जा रहा है कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस उम्मीद में थे की हमारी पार्टी की सरकार है कम से कम हम और हमारी फैमिली को तो पास मिल ही जायेंगे लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी है कांग्रेस के पार्षद, पार्षद चुनाव लडे प्रत्याशी, ब्लॉक के पदाधिकारी सभी को केवल एक एक पास ही दिया गया है अब वार्ड के कार्यकर्ता, वार्ड के पदाधिकारी उनके परिवार के लोग सभी उम्मीद लगाए बैठे थे कि इस बार के आयोजन में क्रिकेट मैच देखने को मिलेगा लेकिन सरकार होने के बावजूद सभी को निराशा हाथ लगी है लेकिन चुनाव सर पर है और आरसीए के इस कदम में कांग्रेस को कितना नुकसान उठाना पड़ेगा ये इनको अंदाजा नही है।यही कार्यकर्ता ही कांग्रेस को वोट दिलाते है जमीन पर वोटर्स से संपर्क कर वोट दिलवाते है लेकिन इनको भी अगर महत्व नही दिया जाएगा तो चुनाव में यही लोग वोट की चोट करके बदला भी लेते है।