कभी ग्राहकों से, कभी व्यापारियों से और कभी आने जाने वाले राहगीरों से करता है झगड़ा, पत्रकारों पर भी कराया था झूठा मुकदमा
जोधपुर। बॉम्बे मोटर्स और 12 वी रोड चौराहे के बीच स्थित एक कार डेकोर शो रूम के मालिक एक बार फिर विवाद में आ गया है मंगलवार को पार्किंग को लेकर विवाद में एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के पुत्र पर हमला कर डंडे से पीट डाला।
पुलिस को जब इसका पता चला तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अशांति फैलाने वाले कार डेकोर के मालिक ताराचंद चौधरी को उठाकर थाने ले आई और शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया व मारपीट का मुकदमा भी दर्ज किया है।
देवनगर थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि 12 वी रोड और बॉम्बे मोटर्स के बीच कार डेकोरेशन का शोरूम आया हुआ है बाहर ही रोड पर एक युवक किसी काम से आया था और रोड पर गाड़ी पार्क की इतने में कार डेकोरेशन का मालिक ताराचंद आया और बहस करने लगा और मारपीट करने लगा ऐसे में पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शांति भंग के आरोप में ताराचंद को गिरफ्तार किया।
बताया जा रहा है कि जिस युवक से मारपीट हुई है वह सेवानिवृत पुलिस अधिकारी का पुत्र है उसके द्वारा मारपीट का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
हमेशा विवादो में रहता है ताराचंद
कार डेकोरेशन का काम करने वाला ताराचंद आए दिन विवादो में रहता है और कोई न कोई विवाद करता रहता है पुलिस ने बताया कि इसके खिलाफ पहले भी कई शिकायते आ चुकी है और हर किसी से झगड़ता रहता है।
पत्रकारों पर भी किया था झूठा मुकदमा
वर्ष 2020 में इसने जोधपुर के प्रतिष्ठित पत्रकारों पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था क्योंकि जिस बिल्डिंग में कार डेकोरेशन का कार्य कर रहा है वो अवैध निर्माण कर बनवाई गई है निर्माण के दौरान कुछ समाचार पत्रों ने इस अवैध निर्माण की खबर प्रकाशित की थी उनको इसने कई बार धमकी भी दी और कई प्रलोभन भी दिए और जान से मारने की बात भी की थी फिर भी इस अवैध बिल्डिंग की खबरे रुकी नहीं थी अपना अवैध काम छुपाने के लिए जब इसका कोई हथकंडा नही चला था सच्चाई की आवाज छुपाने के लिए इसने सूर्यनगरी तहलका के संपादक जमील अंसारी, महका संसार के संपादक इम्तियाज अहमद, पत्रकार सुनील टावरी, रघुराज उपाध्याय पर ब्लैक मेल का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करवा दिया था, लेकिन इन निराधार आरोपो पर जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि इसकी खुद की बिल्डिंग अवैध है और और अपना अवैध निर्माण की खबरों को रोकने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज करवाया था और पुलिस जांच में सभी पत्रकार निर्दोष पाए गए थे।
अभी भी खड़ी है अवैध बिल्डिंग
जिस बिल्डिंग में कार डेकोरेशन का काम चल रहा है उस बिल्डिंग को 2020 में निगम द्वारा सीज किया गया था और बिल्डिंग उस समय सीज थी लेकिन बिल्डिंग मालिक ने निगम में इस बिल्डिंग को नियमानुसार करने की बात कहकर सीज खुलवाई थी लेकिन इसमें किसी भी तरह का सुधार नहीं हुआ और उल्टा पहले से ज्यादा अवैध तरीके से निर्माण कर बिल्डिंग ज्यों की त्यों अभी भी खड़ी है सीज खुलने के बाद भी निगम ने क्यों इस बिल्डिंग की तरफ आकर नही देखा, हमारी टीम इस पूरे मामले की जांच करके पता लगाएगी और किसकी सांठ गांठ से ये अवैध बिल्डिंग अभी भी खड़ी है इस सच हम जल्द ही सामने लाएंगे।