एक दुकान को लगाई आग और ट्रैक्टर को किया आग के हवाले
जोधपुर। ईदगाह का गेट निकालने की बात को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था और यह विवाद बढ़कर पत्थर बाजी और आगजनी तक आ गया। मामला इतना बढ़ गया था कि दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर पत्थरबाजी की और एक ट्रैक्टर एवं एक दुकान को आग लगा दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस का जाब्ता मौके पर पहुंचा लेकिन उसके बाद भी लोग रुक नहीं रहे थे। इसलिए अतिरिक्त जाब्ता बुलाया गया।
वही सुरक्षा व्यवस्था संभालने गए चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के एसएचओ नितिन दवे को भी एक पत्थर लग गया जिससे वो घायल हो गए पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। कल रात से ही मौके पर पुलिस का जाब्ता तैनात है।
मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह
हंगामे की सूचना मिलने के बाद रात को पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह के साथ पूर्व और पश्चिम का पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। पथराव में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के एसएचओ नितिन दवे को एक पत्थर लगा जिससे वह घायल हो गए। पुलिस ने पथराव कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ा। मामले में करीब 15 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है एवं मामला आगे नहीं बढ़े इसके लिए मौके पर अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है।
2 दिन से चल रहे विवाद ने लिया उग्र रूप
जोधपुर पुलिस के एडीसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि सूरसागर थाने के आगे राजाराम सर्किल पर ईदगाह स्थित है। ईदगाह के मुख्य गेट के पास कुछ दुकानें भी है। दो दिन पहले ईदगाह के पीछे की दीवार से दो गेट निकालने का काम शुरू किया गया था। पास ही बस्ती में रहने वाले कुछ लोग गेट निकालने का विरोध जता रहे हैं। दो दिन में दो बार दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका है। लेकिन पुलिस ने बीच बचाव कर मामला शांत करवा दिया था। शुक्रवार को गेट निकालते देख पास ही की बस्ती के लोगों ने फिर से विरोध शुरू कर दिया और गेट निकालने के काम को बंद करने की बात पर अड़ गए तब दूसरे पक्ष के लोग भी भारी संख्या में वहां आ गए और गेट बनाने के लिए अड़े रहे। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया और दोनों ही पक्ष आमने-सामने हो गए।
वर्षों से यहां पर दोनो पक्षों में होता रहा है विवाद
सूरसागर क्षेत्र में आए दिन किसी ना किसी बात पर दो समुदायों के बीच विवाद होता रहता है। पहले भी कई बार दोनो पक्ष आमने सामने हो चुके है यहां पर लगातार विवाद होने से पूरे शहर का माहौल खराब होने का खतरा रहता है प्रशासन को इसका स्थाई समाधान निकालना होगा अन्यथा अपणायत के इस शहर को जलाने की चिंगारी यहीं से उठ सकती है। इसलिए इसके लिए एक स्थाई शांति समिति बनानी चाहिए ताकि दोनो पक्षों में किसी भी प्रकार का विवाद होते ही बैठकर मामलों को निपटाया जा सके। इस समिति में सर्वसम्मति से दोनो पक्षों के प्रतिष्ठित लोगों को लेकर एक कमेटी का गठन हो और उस कमेटी की बात दोनो ही पक्ष माने, इस कमेटी में क्षेत्र के दोनो पक्षों के लोग, प्रशासन और पुलिस के लोगो को साथ लिया जाना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार का विवाद हो तो ये कमेटी बैठकर हर मामले को गंभीरता से लेकर सुलझा सकती है। ऐसे विवाद हमारे शांत माने जाने वाले शहर की छवि धूमिल करते है। पुलिस और प्रशासन इस मामले को लेकर पहले ही गंभीरता दिखा देता तो बात यहां तक नही पहुंचती। साथ ही सुरसागर का ये क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र में आता है तो इस थाने को अतिरिक्त पुलिस कर्मी देने चाहिए ताकि वे हर समय इस क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर रख सके।
लोगों में दिखी नेताओ के प्रति नाराजगी
सोशल मीडिया पर कुछ ऑडियो वायरल हो रहे थे जिसमे साफ तौर पर नेताओ पर अनदेखी के आरोप लगाए जा रहे थे और कुछ लोग उनकी मदद मांगने के लिए फोन लगा रहे थे वायरल ऑडियो के अनुसार नेताओ पर फोन बंद करने या फोन नही उठाने का आरोप लगा रहे थे। हालाकि हम किसी वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करते है।