मऊ। मधुबन में खाद्य विभाग की टीम द्वारा खाने-पीने के वस्तुओं में मिलावट की जांच की गयी। तहसील क्षेत्र के नन्दौर बाजार एवं कटघरा शंकर चौराहे पर FSW वैन से विभिन्न खाद्य सामग्री की गुणवत्ता को परखा गया। इस दौरान कुल 13 दुकानों से 28 नमूने लिए गए। जांच में 7 नमूने फैल पाए गए। खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से स्थानीय दुकानदारों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।
काली मिर्च मिलाए गए पपीता के बीज
जांच में लड्डू में मानक से ज्यादा रंग पाया गया। छेना में स्टार्च पाया गया। लालमोहन में स्टार्च पाया गया। काली मिर्च में पपीता का बीज पाया गया हैं। फूड इंस्पेक्टर अजीत त्रिपाठी एवं विजय प्रकाश ने इन दुकानदारों को अपने सामानों की गुणवत्ता सही करने के निर्देश दिए। जांच में फैल पाए गए खाद्य पदार्थों को ग्राहक को न बेचे जाने का निर्देश दिया। बिना मिलावट के सही एवं गुणवत्ता पूर्वक सामान बेचने को निर्देशित किया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा गुणवत्ता पूर्वक सामान बेचें दुकानदार
फूड इंस्पेक्टर अजित त्रिपाठी ने बताया कि खाने-पीने के वस्तुओं में मिलावट की अधिक शिकायतें मिल रही हैं। शिकायत की जांच के लिए खाद्य विभाग की टीम ने मिठाई व किराने की दुकान पर प्रयोग हो रहे मिठाई व तेल मसाला को परखा। इस दौरान 13 दुकान से 28 सैंपल लिया गया। जांच में 21 मानक के अनुरूप पाए गए। 7 नमूने जांच पर खरे नहीं उतरे। संबंधित दुकानदार को इन्हें ग्राहकों को न बेचे जाने और उसे नष्ट करने को निर्देशित किया गया। दुकानदारों को मानक के अनुरूप एवं गुणवत्ता पूर्वक सामानों को बेचने को निर्देशित किया गया है।