जयपुर। प्रदेश के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह केसर मिलावट को लेकर सख्त है और इसी के चलते पूरे प्रदेश में शुद्ध आहार मिलावट परिवार अभियान चलाया जा रहा है।
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत इकबाल खान (आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण राजस्थान जयपुर) के निर्देशों के अनुसार तथा अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर द्वितीय के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा कंट्रोल रूम पर प्राप्त सूचना पर स्वेदा डेयरी खो नागोरियान के निकट डीएसटी पुलिस टीम द्वारा पकडी गयी एक वेगन आर कार, जिसमें अभिषेक गुप्ता पुत्र सुरेशचन्द्र निवासी आर के पुरम बुद्धसिंहपुरा जयपुर तथा श्यामसुन्दर पुत्र रघुवीरसिंह निवासी गोपालपाडा पर्वियावास तहसील लवाण दौसा इस इलाके में दुकानों पर सरस घी सप्लाई के लिये लाये थे। मौके पर पहुंचकर जांच की तो प्रथम दृष्टया मिलावटी एवं नकली होने के संदेह पर सरस प्रतिनिधियों की टीम को बुलाया गया , सरस प्रतिनिधियों द्वारा मौके पर पहुंच कर सरस घी के पैकेट की जांच की तो हुबहू असली दिख रहा सरस घी गहराई से पडताल करने पर नकली निकला , सरस घी के द्वारा अभी हाल ही में नकली घी निर्माता गिरोह से जनता को निजात दिलाने के लिये सरस घी के पैकेट्स पर क्यू आर कोड की शुरूआत की गई थी। लेकिन गिरोह द्वारा इसकी भी काॅपी कर परेशानी खडी कर दी गयी है। जिसके चलते असली और नकली सरस घी की पहचान करना ही मुश्किल हो गया है।
देर रात चली इस कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश चन्द यादव, अवधेश गुप्ता एवं नन्दकिशोर कुमावत द्वारा मौके पर मिले तीन अलग अलग बैच के कुल 60 किलो घी में से तीन नमूने एफ एस एस एक्ट 2006 के अंतर्गत जांच के लिये लिये गये जिन्हें केन्द्रीय खाद्य जांच प्रयोगशाला जयपुर भेजा गया है जिनकी रिपोर्ट आने पर खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 विनियम 2011 के अनुसार नियमानुसार अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।
सरस डेयरी के प्रतिनिधियों द्वारा भी इस संबंध में कॉपीराइट अधिनियम के उल्लंघन की एफ.आई.आर.खो नागोरियन थाने में दर्ज करवाई गई है, जिस में अलग से मुकदमा चलेगा।