गुब्बा, जुआ, 8 बजे बाद शराब बिक्री, नशे पर लगाम, बेरीकेडिंग कर अपराधियों की धरपकड़, शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्ती से शहर में आया सुधार
जोधपुर। शहर के पुलिस के मुखिया आयुक्त राजेंद्र सिंह ने जबसे जोधपुर का कार्यभार संभाला है तभी से अपराधी और उल्टे सीधे काम करने शहर छोड़ रहे है या अपने बिल में घुसकर कमिश्नर के ट्रांसफर का इंतजार कर रहे है। कमिश्नर राजेंद्र सिंह की सख्ती के कारण अपराधियों में पुलिस का खौफ साफ दिखाई देने लगा है। इसी पर आधारित हैं हमारी आज की ये खबर
गुब्बा और जुआं चलाने वालों पर सख्ती
शहर में गुब्बा और जुआं का व्यापार फल फूल रहा था कई सरकारें आई और गई, कई कमिश्नर आए और गए लेकिन इन अवैध धंधों पर लगाम नहीं लग पाई थी कमिश्नर राजेंद्र सिंह की इच्छा शक्ति और मॉनिटरिंग के चलते कई गुब्बा और सट्टा चलाने वाले काम बंद करके बैठे थे। हालांकि चोरी चुपके से आज भी ये व्यापार चल रहा है लेकिन अब इतना आसान नहीं रहा है शहर की हृदय स्थली घंटाघर में भी कई गुब्बा चलाने वाले स्थापित थे कई महीनों से वहां काम बंद था लेकिन अब वापस वहां ये काम धीरे धीरे शुरू हो रहा है और ऐसी कई जगह है जहां वापस जुआं और सट्टा शुरू हो चुका है हम इस बात को कमिश्नर राजेन्द्र सिंह को खबर के माध्यम से अवगत करवा रहे है ताकि कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगती के कारण सभी की छवि खराब ना हो। फिर भी शहर में इतने लंबे समय तक इस अवैध व्यापार को कोई बंद नहीं करा पाया था। कमिश्नर राजेंद्र सिंह की सख्ती के कारण इसमें काफी हद तक सुधार हुआ है। जिससे कई घरों की सुख शांति लौटी है।
8 बजे बाद शराबबंदी का भी दिखा असर
तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री पर रोक लगाई थी। लेकिन खुले आम 8 बजे बाद की शराब की बिक्री हो रही थी खुद मुख्यमत्री भी अपने ही इस आदेश की पालना नहीं करवा पाए थे।
8 बजे बाद जमकर शराब की बिक्री हो रही थी। यहां तक कि पिछले कई पुलिस अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कभी गंभीरता नहीं दिखाई थी। इसलिए इस मुद्दे पर आम जनता का भी पुलिस से विश्वास उठ चुका था।लेकिन जबसे पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने कार्यभार संभाला तो 8 बजे बाद शराब बिक्री पर सख्ती दिखाते हुए सभी थानाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए और 8 बजे बाद हर शराब के ठेके पर एक पुलिसकर्मी तैनात किया जिससे 8 बजे बाद शराब की बिक्री बंद की जा सके इसका असर भी दिखाई दिया। लेकिन अब धीरे धीरे कई दुकानों पर शराब की बिक्री 8 बजे बाद भी हो रही है इस पर वापस सख्ती करने की आवश्यकता है।
मादक पदार्थों की सप्लाई चैन पर किया वार
जिले में नशीले पदार्थों को बिक्री जोरो से हो रही थी इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता थी इसलिए पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने जिले में ड्रग्स, स्मैक, डोडा, चरस सहित अन्य नशे की चीजों पर बिक्री को रोकने के लिए अभियान चलाया इससे जुड़े कई लोगों को धर दबोचा और नशे पर लगाम लगाने के लिए सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम चलाए। नशे की प्रवृति के कारण बर्बाद हो चुके परिवारों के पुनर्वास के लिए काम किया। कमिश्नर के इन प्रयासों से नशे की सामग्री की बिक्री रोकने में कामयाबी भी मिली।
रात 12 बजे बाद दिखाई सख्ती
पहले रात रात भर असामाजिक तत्वों का घूमना फिरना जारी था जिससे अपराधों में वृद्धि हो रही थी कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने एक सख्त आदेश जारी किया जिसमें रात 12 बजे बाद कोई भी प्रतिष्ठान खुला नहीं रहे इसके लिए सख्ती की और पुलिस की गश्ती बढ़ाई छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों को इस आदेश की पालना करवाने के निर्देश दिए इसके परिणाम स्वरूप अब 12 बजे बाद शहर में आवारा और अपराधी प्रवृति के लोग अंदर घुस कर रहते है जिससे शहर अब शांति होने लगी है।
अच्छे कार्यों की आलोचना भी
हालांकि मीडिया सहित कई संगठनों ने पुलिस कमिश्नर को घेरने की कोशिश भी की है और आलोचनाएं भी की है लेकिन इन सब से ऊपर उठकर कमिश्नर राजेन्द्र सिंह ने किसी की परवाह नहीं की और अपने काम पर फोकस किया। जिनकी दुकानें बंद हुई है उनको तकलीफ होगी लेकिन कमिश्नर की इस कार्यप्रणाली से शहर की जनता को निश्चित रूप से फायदा मिलेगा।