जोधपुर। अपने बेबाक अंदाज और स्पष्टवादिता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले सुभाष सिंह चौहान ने सोमवार की सुबह अंतिम सांस ली। सुभाष सिंह चौहान ने अपने जीवन में कई संस्थानों में काम किया था चाहे मिडिया संस्थान जो भी रहा हो उन्होंने अपनी कलम को आजाद रखा हमेशा सही को सही और गलत को गलत कहने से हिचकिचाते नही थे चाहे कोई कितना कुछ भी कहे किसी से डरते नही थे, अपनी बात स्पष्ट तौर से रखते थे।
पत्रकारों के सुख दुःख हमेशा आते रहे आगे
सुभाष सिंह चौहान आईएफडब्ल्यूजे के संभाग प्रभारी के साथ साथ जोधपुर प्रेस क्लब, मारवाड़ प्रेस क्लब, भारतीय पत्रकार महासंघ सहित पत्रकार संगठनों से जुड़े थे। किसी भी पत्रकार की हर समस्या पर वो सबसे पहले पहुंचते थे, चाहे बात कैसी भी हो सबसे पहले पत्रकार की बात रखते थे सुभाष सिंह चौहान किसी से ईर्ष्या और द्वेष नहीं रखते थे हर पत्रकार की सहायता करते थे खबर मिलते ही हर संभव सहायता के लिए पहुंच जाते थे।
लेकिन सब पत्रकार मिलकर भी उनकी कोई सहायता नही कर सके क्योंकि भगवान की मर्जी के आगे कुछ नही चलता। वो पिछले 16 दिनों से एम्स अस्पताल में भर्ती थे 26 अप्रैल को उनके सर में जबरस्त दर्द हुआ पहले निजी अस्पताल ले जाया गया उसके पश्चात उन्हें एम्स रेफर किया गया था पहले दिन से उनकी स्थिति गंभीर थी वो हारने वालो में से नही थे इसलिए पिछले 16 दिनो से वो मौत से लड़ रहे थे लेकिन मौत आखिर जीत गई और भगवान की मर्जी के आगे सभी को झुकना पड़ता है।
इस खबर के बाद पत्रकारों में शोक की लहर है। दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार श्री सुभाष सिंह चौहान की अन्तिम शव यात्रा आज सायं 4 बजे उनके निवास स्थान भारतीय वनस्पति कार्यालय के सामने, सुभाष नगर एम्स रोड से वाहन से कागा शमशान नागौरी गेट ले जायी जायेगी जहां 5 बजे अंतिम संस्कार के साथ पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होगा।