टोंक / जिले के बीजवाड़ गांव में एक शादी समारोह में खाना खाने के बाद 150 लोग फूड पॉइजनिंग की वजह से बीमार हो गए। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हालत खराब होने पर सभी बीमार लोगों को केकड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां 6 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं दो लोगो को गंभीर हालात में अजमेर रेफर कर दिया है। बाकी अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद वापस घर भेज दिया गया है। घटना बीजवाड़ गांव में गुरुवार शाम 7 बजे की है। जानकारी के अनुसार बीजवाड़ निवासी संदीप पुत्र सत्यनारायण धाकड़ की शुक्रवार को शादी है। ऐसे में गुरुवार को मंडप का कार्यक्रम था। करीब एक हजार से अधिक लोगों ने शादी में खाना खाया था। खाना खाने के कुछ घंटों बाद ही लोगों को उल्टी होने के साथ ही पेट में गड़बड़ी और दस्त की शिकायत होने लगी। जिससे 150 लोग फूड पॉइजनिंग के कारण बीमार हो गए। जिसके बाद ग्रामीणों ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर नासिरदा थाना प्रभारी कालूराम मीना तुरंत मौके पर पहुंचे और शादी स्नेह भोज स्थल पर भोजन शाला में रखे खाद्य सामग्री की जांच की।
थाना प्रभारी कालूराम मीना ने बताया कि शादी समारोह में खाना खाने के बाद 150 लोग फूड पॉइजनिंग की वजह से बीमार हो गए। मामले में जांच की तो सामने आया कि भोजन बनाने के लिए उपयोग में लाए गए मावे में खटाई की बदबू आ रही थी। जो पूरी तरह खराब था। लोगों को उल्टी दस्त की हुई शिकायत
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन जांगिड़ ने बताया कि सामूहिक भोज में भोजन करने के बाद कुछ लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई। गांव में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें केकड़ी लाया गया। देर रात तक बीमारों की संख्या 100 को पार कर चुकी थी। इनमें से 5 रोगियों को भर्ती किया गया है। इनमें से सत्यनारायण धाकड़ (49) व शंकर लाल (35) को हालत गंभीर होने पर उन्हें अजमेर रेफर किया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार हनुमान प्रसाद जाट (25), लीला धाकड़ (27) व सीता देवी जाट (38) को भर्ती किया गया है। शेष अन्य मरीजों को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। सूचना मिलने पर पीएमओ डॉ. नवीन कुमार जांगिड़ मौके पर पहुंचे और ऑन कॉल अस्पताल के सभी डॉक्टरों को बुलाया गया। सभी डॉक्टरों ने अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज शुरू किया।
बीजवाड़ पंचायत में चल रहा है उपचार
शादी समारोह में खाना खाने के बाद बीमार हुए लोगों का उपचार पंचायत भवन में किया जा रहा है। देवली,मालेडा, नासिरदा, बीजवाड़ और टोंक जिला मुख्यालय से आए चिकित्सकों एवं चिकित्सा विभाग की टीम डोर टू डोर सर्वे कर ऐसे लोगो को चिह्नित कर रही है जिनको उल्टी दस्त की शिकायत हो रही है। साथ ही बीमार लोगों का उपचार गांव के ही पंचायत भवन में किया जा रहा है।
ये रहे मौजूद
इस दौरान गांव में देवली उपखंड अधिकारी दुर्गा प्रसाद मीणा, डिप्टी सी एमएचओ टोंक डॉ महबूब खान, बीसीएमएचओ डॉ जगदीश मीणा, तहसीलदार देवली विरेंद्र सिंह शक्तावत,खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम के दिनेश शर्मा, देवली चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ जगन लाल मीणा, समेत नासिरदा थाने के पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे