अनसेफ का मतलब यही है कि मोहम्मदी पैलेस का खाना आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है खाने योग्य नही है लेकिन हम इस होटल में खाना खाकर दोगुने पैसे दे रहे है और बीमार पड़ रहे है
जयपुर। सरकार लगातार मिलावटखोरी करने वालों के खिलाफ अभियान चला रही है इसी अभियान के तहत पिछले कई वर्षों से जो हो ना सका वह अब खाद्य सुरक्षा अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा द्वारा किया जा रहा है ओझा ने संकल्प लिया है कि जब तक इस पद पर रहेंगे तब तक जनता को शुद्ध आहार मिले यही हमारी प्राथमिकता है। 25 अप्रैल को खाद्य सुरक्षा अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में जयपुर की मशहूर होटल मोहम्मदी पैलेस से ग्रेवी, काली मिर्च और चिकन चंगेजी के नमूने लिए गए थे। जिसकी जांच रिपोर्ट में तीनों ही चीजे अनसैफ पाई गई है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
जांच रिपोर्ट आने के बाद मोहम्मदी पैलेस ने फैलाया झूठ
मोहम्मदी पैलेस होटल से लिए गए नमूने जांच में अनसेफ पाए जाने के बाद इसकी खबरें कई समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हुई थी लेकिन मोहम्मदी पैलेस द्वारा इन खबरों को झूठ बता दिया गया था और सोशल मीडिया और कई अन्य समाचार पत्रों में इस तरह की खबरें फैलाई गई की अनसैफ की खबरें झूठी है और मोहम्मदी पैलेस का सैंपल पास हुआ है जब हमको पता चला कि कई मीडिया संस्थानों ने और सोशल मीडिया पर यह दावा किया था कि मोहम्मदी पैलेस के सैंपल फेल नहीं हुए हैं और पूरी तरह से होटल मोहम्मदी पैलेस का खाना सैफ है तो हमने भी मोहम्मदी पैलेस के दावे पर जांच करना शुरू किया और जांच के बाद पता चला कि खुद होटल मुहम्मदी पैलेस के संचालक झूठी खबर फैला रहे हैं जबकि होटल से लिए गए तीनों सैंपल राजस्थान सरकार की जांच में अनसैफ पाए गए हैं यह बहुत गंभीर विषय है।
महका संसार ने खोली मोहम्मदी पैलेस की पूरी पोल
महका संसार ने जब ऐसी खबरें देखी तो उनकी जांच करने के लिए विभाग से संपर्क किया संपर्क के बाद यह पता चला कि मोहम्मदी पैलेस से लिए गए तीनों सैंपल जांच में फेल हुए हैं यानी यह आपको बीमार कर सकते हैं काली मिर्च, ग्रेवी और चिकन चंगेजी के सैंपल फैल होने की जांच रिपोर्ट महका संसार के पास उपलब्ध है और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मोहम्मदी पैलेस के दावे को नकारा है।
क्या कहा होटल मोहम्मदी पैलेस के संचालकों ने
सोशल मीडिया पर हमने जब ऐसी खबरें देखी जिसमें मोहम्मदी पैलेस के सैंपल को पास होना बताया जा रहा था तब हमने इसकी जांच करने के लिए मोहम्मदी पैलेस होटल के संचालक से बात की तो उन्होंने बताया कि काली मिर्च हम अपने या नहीं बनाते हैं जहां से भी आई वहां से ही नकली आई होगी। हमारा इसमें कोई दोष नहीं है वही चिकन चंगेजी और ग्रेवी के अनसैफ होने की बात उन्होंने स्वीकारी है एवं संचालक में बताया कि हमने आगे अपील की है अन्य लैब में जांच के लिए भेजा था वहां से हमारा सैंपल पास हो चुका है जब हमने उनसे पास हुए सैंपल की कॉपी मांगी तो उन्होंने कहा कि हम आपको कॉपी भेज देंगे लेकिन सैंपल पास होने की कॉपी हमे अभी तक प्राप्त नहीं हुई।
इसका मतलब यह है कि मोहम्मदी पैलेस के नमूने दूसरी लेब में रेफरल जरूर किए गए होंगे लेकिन शायद वहां की जांच रिपोर्ट आई नही होगी या फिर दूसरी लेब में भी नमूने फैल हो गए होंगे इसी कारण से मोहम्मदी पैलेस द्वारा सैंपल पास होने की रिपोर्ट हमे उपलब्ध नहीं कराई गई। होटल मोहम्मदी पैलेस के संचालक खुद झूठ फैलाकर लोगो को भ्रमित कर रहे है जबकि जांच रिपोर्ट में साफ लिखा है कि मोहम्मदी पैलेस का खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
झूठी खबर प्रकाशित करने वाले समाचार पत्रों से सावधान
सोशल मीडिया पर शेयर हो रही कुछ न्यूजपेपर की कटिंगो को जब हमने देखा तो पता चला की उन समाचार पत्रों ने बिना जांच पड़ताल किए ही मोहम्मदी पैलेस को क्लीन चिट दे दी उनकी खबरों में ना तो सरकारी रिपोर्ट का जिक्र है और ना ही रेफरल रिपोर्ट का जिक्र है इस तरह के समाचार पत्र आपको भ्रमित कर रहे है जबकि हमारा एक एक शब्द तार्किक और सत्य है हम किसी का पक्ष नही लेते जो सच होता है वही प्रकाशित करते है।