होली पर मिलावट की रोकथाम के लिए खाद्य सुरक्षा की टीम लगातार कर रही है निरीक्षण
पाली। होली के त्योहारी सीजन में मिलावट होने के संदेह पर 4 हजार 567 लीटर तेल व घी सीज करने की कार्रवाई की गई। होली के त्योहार पर मिलावट की रोकथाम के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेशचंद ने बताया की मिलावट के संदेह पर 4 हजार 567 लीटर तेल व घी सीज किया गया। इसमें सुमेरपुर से भगवती ब्रांड का घी, सोजत सिटी से चेतक ब्रांड का मूंगफली तेल, पाली से सोया कार्तिक बहार तेल व अन्य ब्रांड का घी सीज कर जांच के लिए सैंपल लिए गए। जिन्हें जोधपुर जन स्वास्थ्य खाद्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवाया गया। जांच नमूनों की खाद्य रिपोर्ट प्राप्त होने पर भारतीय खाद्य मानक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। डॉ विकास मारवाल ने बताया कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेशचंद के नेतृत्व में मिलावटखोरों पर अंकुश लगाने के लिए अनेक खाद्य पदार्थों के एक माह में पचास से अधिक सेंपल जांच के लिए भेजे गए है। इन सभी सेम्पलों को मुख्य खाद्य विश्लेषक राज्य केन्द्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला जयपुर भिजवाया गया। जिले में मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को अंजाम देने के लिए तीन बार से अधिक सेंपल फेल होने वाली फर्मों को चिन्हित कर उनके लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की जाएगी। एफएसओ ने बताया की जिले में त्योहार के सीजन के तहत अधिकांश खाद्य पदार्थों में मिलावट का कार्य होने की सूचना प्राप्त हो रही है। ऐसे में दैनिक जीवन में उपयोग में ली जाने वाली खाद्य सामग्री दूध, मिठाईया, पनीर, नमकीन, मसाले, तेल, घी, बेकरी के आईटम के बढ़ती खपत को देखते हुए इन प्रदार्थों में मिलावट करने वालो के खिलाफ प्रभारी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल ने बताया कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर खाद्य लाइसेंस शिविरों का आयोजन हो रहा है। इसके बावजूद भी खाद्य कारोबारकर्ता की ओर से लाइसेंस नहीं बना रहे है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।