जयपुर में बड़ी मात्रा में गाड़ी में भरा नकली पनीर पकड़ा, अलवर से लाया जा रहा था, शहर में बेचने की थी तैयारी

टीम ने मिलावटी पनीर के सैंपल लेकर मौके पर ही पूरे पनीर को नष्ट करवाया। खाद्य सुरक्षा विभाग का कहना है कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर इसी तरह की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

जयपुर। राज्य के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशों के अनुसार पूरे प्रदेश में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान चलाया जा रहा है इसी के तहत जयपुर में बड़ी कार्रवाई की गई है। विराटनगर थाना पुलिस और फूड सेफ्टी विभाग की टीम ने मिलावटी पनीर से भरी पिकअप को पकड़ा है। पिकअप अलवर से पनीर लेकर जयपुर की ओर आ रही थी। जांच में सामने आया कि करीब 1110 किलोग्राम मिलावटी पनीर सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा था, जिसे दुकानों पर 150 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाना था।

टीम ने मिलावटी पनीर के सैंपल लेकर मौके पर ही पूरे पनीर को नष्ट करवाया. खाद्य सुरक्षा विभाग का कहना है कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों पर इसी तरह की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

कुछ दिन पहले ही पकड़ा गया था 884 लीटर नकली घी

इससे पहले 23 सितंबर को सी एम एच ओ जयपुर प्रथम की फूड सेफ्टी टीम ने चांदपोल बाज़ार स्थित अग्रवाल रोड लाइंस पर कार्यवाही कर 884 लीटर नकली घी सरस, कृष्णा, लोटस, गोरस ब्रांड सीज किया था। सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत ने बताया था कि इस फर्म का निरीक्षण करने पर ज्ञात हुआ कि पैकिंग पर संदेह होने पर समस्त स्टॉक चैक करने पर सरस, लोटस,कृष्णा,गोरस के प्रतिनिधियों को मौके पर बुलाया गया था।जिसमें सरस, कृष्णा, लोटस और गौरस घी के प्रतिनिधियों ने मौके पर उपस्थित हो कर और अपने घी उत्पादों को मौके पर नकली होना बताया था। टीम ने मौके से उक्त सभी घी कंपनियों के कुल 6 नमूने घी के लिए और मिलावट के संदेह में 884 लीटर घी सीज किया था. पता चला कि यह घी नावा, कुचामन, परबतसर, मकराना और अन्य स्थानों पर बिकवाली के लिए जाता था।