कांग्रेस सरकार में कार्यकताओं की बजाय मुख्यमंत्री के ओएसडी की ही चलती थी, सीएम हाउस में कार्यकताओं की अनदेखी से हारे चुनाव

हार पर मंथन पर कार्यकर्ताओं ने लगाया आरोप, गलत टिकट वितरण भी चुनाव हारने का प्रमुख कारण

जोधपुर। कांग्रेस सत्ता से बाहर होते ही पार्टी में बैठकों का दौर चालू है इसी कड़ी में जोधपुर में भी कांग्रेस कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमे कार्यकर्ताओं ने अनदेखी का आरोप लगाया।
बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया सूरसागर क्षेत्र से पूर्व पार्षद राजेश बोराणा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कल्पेश सिंघवी ने कहा कि इस बार सीएम हाउस में कार्यकताओं की एंट्री बंद थी सीएम के ओएसडी अपनी मनमर्जी से काम करते थे पुखराज पाराशर, देवाराम सैनी और महिपाल भारद्वाज और लोकेश शर्मा ने पार्टी और सरकार पर कब्जा कर लिया था कोई भी काम देवाराम सैनी के बिना पूछे नही होता था और कार्यकर्ता भटकते रहते थे देवाराम सैनी अपनी मर्जी से किसी को भी लगा देते थे और किसी को भी हटा देते थे कार्यकर्ताओं की भावनाओ को दरकिनार किया जाता था।

मनमर्जी से हुआ टिकट वितरण, कार्यकताओं से नही ली कोई राय

जोधपुर में कांग्रेस की करारी हार के पीछे टिकट वितरण भी एक कारण रहा है कार्यकर्ताओं ने जोधपुर में टिकट नही बदलने को भी हार का कारण माना था साथ ही जमीनी स्तर पर कार्यकताओं के काम नही होने से कार्यकताओं में नाराजगी भी थी कुछेक को छोड़कर जिनको टिकट दिए गए वो जनता से जुड़े हुए नही थे।

योगी आदित्यनाथ की सभा का भी हुआ असर

कई कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायक मनीषा पंवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा को भी एक कारण माना है जोधपुर में हुई सभा में योगी ने जालोरी गेट दंगो का भी जिक्र किया और झूठ फैलाया गया जिससे जनता में गलत भ्रम फैला जिसका असर सरदारपुरा की सीट पर भी हुआ और वहां पहले के मुकाबले जीत का अंतर भी कम हुआ है।

कार्यकर्ता सिर्फ मान सम्मान का भूखा-बेनीवाल

राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि अगर कार्यकताओं की अनदेखी होती है तो ये बहुत चिंता की बात है बिना कार्यकताओं के कोई चुनाव नही जीता सकता है कार्यकर्ता सिर्फ मान सम्मान का भूखा है और छोटे मोटे काम करवाता है और अगर वही नही होते है कार्यकताओं में निराशा होती है हमे इसके लिए सोचना चाहिए और कार्यकर्ता अगर दूर हुए है तो उनकी नाराजगी दूर भी होनी चाहिए सब कुछ भूलकर हमे आगे बढ़ना होगा और लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटना है