हमने कहा सीट मत दो, बुजुर्गो की पेंशन 5100 कर दो, ना तो सीट देने के लिए तैयार थे और ना ही बढ़ी हुई पेंशन-डा.अजय चौटाला

हिसार की रैली में दुष्यंत चौटाला और अजय चौटाला ने बताया गठबंधन टूटने का कारण

हिसार। जेजेपी और भाजपा का मंगलवार को ही गठबंधन टूटा था और बुधवार को रैली हुई जिसमे भीड़ देखने लायक थी, रैली के एक दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद कहा जा रहा था कि अब रैली में दम नहीं होगा लेकिन इसके उलट रैली में हजारों की भीड़ आने से बीजेपी और कांग्रेस की नींद उड़ चुकी है जहां गठबंधन टूटने के बाद लोग कह रहे थे कि जेजेपी खत्म हो चुकी है, जेजेपी में अब दम नही रहा दुष्यंत की ताकत खत्म हुई, लेकिन इस रैली में आई हजारों की भीड़ ने बता दिया कि दुष्यंत ही हरियाणा का लाल है जिसके साथ जनता है उसको कोई झुका नही सकता।

ना तो मनोबल टूटा, ना हौसला टूटा, ना मुझे तोड़ पाएंगे

रैली में संबोधित करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गठबंधन टूटने से मुझे कोई फर्क नही पड़ता हम तो संघर्ष करने वाले परिवार से है सत्ता में रहे या ना रहे इससे कोई फर्क नही पड़ता है, आप सभी मेरे साथ है तो मुझे कोई तोड़ नही सकता हम पहले सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे थे अब विपक्ष में रहकर काम करेंगे, सरकार को जगाते रहेंगे हम तो वो चिड़िया थे जो कैद थे अब हम आजाद है और संघर्ष करते रहेंगे जैसे पहले किया करते थे, इसलिए ये चाबी लोकसभा में भी जायेगी और विधानसभा का ताला भी ये चाबी खोलेगी। चौधरी अजय चौटाला सबसे चर्चा करेंगे और लोकसभा की तैयारी कैसे करनी है जो आदेश करेंगे हम उसके अनुसार ही चलेंगे।

हमारा काम है लड़ना, जो लड़ते है वो दिखते है और जो दिखते है वो जीतते है

जेजेपी पार्टी के अध्यक्ष डा.अजय चौटाला ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले सभी चुनावों में जनता ने बहुत कम समय में इतना प्यार और सम्मान दिया हम सरकार में रहते हुए जो जो घोषणाएं की थी उसकी अमली जामा पहनाया है हम चौधरी देवीलाल के पदचिन्हों पर चलने वाले लोग है जो कहा था वो किया है निजी सेक्टर में 75 प्रतिशत आरक्षण की बात की थी, महिलाओं को 50 प्रतिशत पंचायती राज में भागीदारी देने की बात की थी, बैकवर्ड क्लास के लोगो को पंचायती राज में 8 प्रतिशत भागीदारी देने की बात, 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को राशन डिपो में देने की बात हो और भी जो जो बाते कही थी उनको पूरा किया है हमने।

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से सीटो को लेकर बैठक हुई वहां दुष्यंत ने 2 सीटो पर लड़ने की मांग की थी उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया हमने पूरी ईमानदारी से गठबंधन धर्म निभाया था जो भी चुनाव हुए हमने भाजपा की मदद की, फिर भी उन्होंने एक भी सीट देने से इंकार कर दिया फिर भी हमने कहा कि भले ही एक सीट भी मत दो लेकिन जो आपने हमसे वादा किया था वो तो पूरा कर दो बुजुर्गो और माताओं को 5100 की पेंशन कर दो हम एक भी नहीं लड़ेंगे हम सत्ता के भूखे नही है फिर भी इन्होंने कोई बात नही मानी सत्ता तो जनता की दी हुई ताकत है आज नही तो कल वापस आ जायेगी आपका आशीर्वाद साथ है तो हम संघर्ष करते रहेंगे।