फैक्ट्री में बन रहा था मौत का सामान, 5000 लीटर घी को किया जब्त

मिल्क बाइट और प्रोटो ब्रांड घी के लिए सैंपल, बेचने पर लगा प्रतिबंध

श्रीगंगानगर। मिलावटी और नकली घी पर खाद्य विभाग लगातार कार्यवाही कर रहा है, फिर भी मिलावट करने वाले इससे बाज नहीं आ रहे है। श्री गंगानगर में खाद्य सुरक्षा दल ने मिलावट और नकली घी होने के संदेह में रीको स्थित एक फैक्ट्री में दबिश दी जहां लगभग 5000 लीटर घी और वनस्पति तेल को सील किया है खाद्य सुरक्षा दल को गुप्त सूचना मिली इस सूचना के आधार पर रिको में महादेव इंडस्ट्री पर दबीश दी गई जहां घी और वनस्पति तेल के पैकेट मिले सीएमएचओ डॉक्टर अजय सिंगला को सुबह सूचना मिली थी की महादेव इंडस्ट्री में नकली की बन रहा है एवं इस नकली घी को उच्च दामों पर बेचा जा रहा है जिससे लोगों के स्वास्थ्य को जबरदस्त हानि हो सकती है सूचना मिलते ही टीम ने सुबह ही फैक्ट्री में दबिश दी जहां मौके पर घी व तेल तो नहीं बन रहा था कुछ स्टॉक पड़ा था फैक्ट्री में वनस्पति व देसी घी पाया गया खाद्य सुरक्षा दल की टीम ने खुले में रखे वनस्पति प्रोटो ब्रांड का वनस्पति तेल व मिल्क बाइट ब्रांड के घी के सैंपल लिए। इस फैक्ट्री से 2750 लीटर वनस्पति एवं 2160 लीटर मिल्क बाइट ब्रांड का देसी घी था संदेह होने पर सैंपलों की जांच रिपोर्ट आने तक बिक्री भी रोक दी गई है अधिकारियों ने बताया की फैक्ट्री में एक मशीन भी मिली है यहां काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि इसमें एडिबल ऑयल मिक्स कर वनस्पति तेल तैयार किया जाता है वही एक टैंक भी रखा था जो बिल्कुल खाली था ऐसा अंदेशा है कि इस फैक्ट्री में तेल और घी की पैकिंग की जाती है और यही से असम, उड़ीसा, जयपुर सहित प्रमुख शहरों में मिल्क बाइट ब्रांड का घी सप्लाई किया जाता है।
एफएसओ हेतराम खुड़िया, हंसराज गोदारा, सीओ आईईईसी विनोद विश्नोई की टीम ने फैक्ट्री पर कार्यवाही कर लोगो को जहर खाने से बचाया।

लगातार सैंपल हो रहे हैं फेल, चिंता का विषय

श्री गंगानगर में खाद्य पदार्थों के 32% सैंपल फेल हुए हैं पिछले 5 वर्ष की अवधि में 1096 सैंपल में से 343 अनसेफ आए हैं वही सब स्टैंडर्ड मिस ब्रांड और अन्य तरह से फेल पाए गए हैं वर्ष 2020 में 75 में से 48, 2021 में 130 में से 55, 2022 में 283 में से 111, 2023 में 513 में से 111 और 2024 में 95 में से 18 सैंपल फेल पाए गए है।