देश का पेट भरने वाला अन्नदाता महिलाओ पर पत्थर बरसाने की सोच भी नहीं सकता-नैना चौटाला

पत्थर फैंकने वाले विरोधी राजनीतिक दलों से प्रेरित शरारती तत्व हैं जो एक महिला प्रत्याशी को डराना चाहते हैं: नैना चौटाला

हिसार।सर्द रातों में खेतो मे पानी लगाकर अन्न पैदा करने वाला, ज्येष्ठ के महीने मे तपती लू के बीच पसीना बहाकर खेतों मेेें उगाए अन्न को मंडियो मे पहुंचाने वाला, करोडों लोगों का पेट भरने वाला, महिलाओं को मां, बेटी, बहन मानकर उन्हें इज्जत देने वाला किसान महिलाओं पर पत्थर बरसाना तो दूर की बात, ऐसा सोच भी नही सकता। महिलाओं पर पत्थर बरसाने वाले किसान नही बल्कि हमारे विरोधी दलो से प्रेरित शरारती तत्व हैं जो प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते है और किसानो के नाम पर राजनीतिक फायदा उठाना चाहते है। ये बात हिसार लोकसभा से जेजेपी प्रत्याशी श्रीमती नैना सिंह चौटाला ने कही वे बवानी खेडा हलके के गॉंव सुमरा खेडा मे ग्रामीणों को सम्बोधित कर रही थी। जेजेपी प्रत्याशी नैना चौटाला ने जनसम्पर्क के दौरान दुखी मन से कहा कि एक महिला प्रत्याशी होने के नाते मुझे डराने की कोशिश की जा रही है ताकि में आप लोगो के बीच न आ सकुं और मेरे हांैसले कम हो जाए लेकिन मै इनसे डरने वाली नही हुं। इस देश की आधी आबादी मे से आती हुं जिनकी आवाज बनकर संसद मे जाऊंगी लेकिन ये लोग मुझे रोकना चाहते हैं। किसान के नाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है ।

नैना चौटाला ने भावुक होते हुए कहा कि देश के अन्नदाता के नाम पर इस तरह की राजनीति करना बेहद शर्मनाक है। सबके घरों मे बेटियां है वो किसके भरोसे घर के बाहर निकलेगी। इस तरह की हरकत किसान कभी नही कर सकते सब जानते है। क्या किसान महिलाओ का अपमान करते है, क्या किसान बहन-बेटियो पर हमला करते है, क्या किसान महिला प्रत्याशी होने के नाते डराते है। किसान कभी ऐसा नही हो सकता किसान देश का पेट भरता है। ऐसे शरारती तत्वो को जवाब देने के लिए आगामी 25 मई को चाबी के निशान का बटन दबाएं।