एक बार फिर मिला मौत का सामान, मिलावटी होने की आशंका में 6000 हजार लीटर घी जब्त

रानपुर में फैक्ट्री में मारा छापा, खाद्य निरीक्षक संदीप अग्रवाल की एक और जबरदस्त कार्यवाही

कोटा। रानपुर में खाद्य सुरक्षा दल ने एक फैक्ट्री में कार्यवाही करते हुए हजारों लीटर घी मिलावट की आशंका में सीज किया है। कार्यवाही अभी जारी है खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल ने बताया कि विभाग के एडिशनल कमिश्नर पंकज ओझा को सूचना मिली थी कि कोटा के रानपुर क्षेत्र में नकली घी तैयार किया जा रहा है और मार्केट में सप्लाई की जा रही है। सूचना के बाद जयपुर से टीम कोटा पहुंची और कोटा की टीम को साथ लेकर फैक्ट्री पर दबिश दी। ये फैक्ट्री बाल गोपाल डेयरी प्रोडक्ट के नाम से संचालित की जा रही थी कोटा के नयापुरा खंड निवासी दिलीप सिंह इसे संचालित कर रहे थे टीम मौके पर पहुंची तो वहां वहां भारी मात्रा में घी का स्टॉक मिला। शुरुआती तौर पर जांच करने पर उसमे मिलावट साफ दिखाई दे रही थी ऐसे में गोदाम में रखे माल को सीज किया है अग्रवाल ने बताया कि गोदाम में 6 से 7 हजार लीटर घी है जिसमे आधा किलो, एक किलो की पैकिंग के डिब्बे, और पीपो में घी भरा हुआ था जिनकी कीमत 24 लाख रुपए आंकी जा रही है घी को जब्त करने के साथ ही इसके सैंपल लिए गए है।

चार सौ रुपए लीटर बेच रहे थे गाय का घी
फर्म की तरफ से बाजार में घी की अलग अलग पैकिंग कर बेचा जा रहा था और 1 साल से ज्यादा समय से ये घी मार्केट में सप्लाई किया जा रहा था जिसका भाव लगभग 4 सौ रुपए लीटर रखा गया है जबकि आम तौर पर बाजार में गाय के घी की कीमत 700 से 800 रुपए किलो होता है। घी को सीज करने के साथ ही फर्म का लाइसेंस 15 दिनो के लिए सस्पेंड किया गया है ये भी जांच की जा रही है कि इस माल की सप्लाई कहां कहां की गई है जिससे लोगो को खाने से बचाया जा सके।

बाहर से घी मंगवा कर मिलावट की जाती थी
अग्रवाल ने बताया कि कुछ घी बाहर से मंगवाकर उसमे मिलावट की जाती थी हालाकि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति साफ होगी लेकिन आम तौर पर डालडा घी, तेल, एसेंस मिलाकर नकली घी तैयार किया जाता है आजकल कुछ लोग हरियाणा और गुजरात से टैंकर भरकर मंगवाया जाता है फिर उसमे मिलावट करे उसकी क्वांटिटी बढ़ा दी जाती है और मुनाफा कमाया जाता है।