बेटीयो ने पिता की अर्थी को दिया कंधा,मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की सभी रस्म निभाई

एक पिता की मौत पर सामाजिक बदलाव की एक बार फिर तस्वीर दिखाई दी। यहां पर पिता की मौत पर बेटीयो ने उनकी अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार की सारी रस्म भी अपने हाथों से निभाई।

पाली। शहर के मिलगेट के निकट रहने वाले मनमोहन गुप्ता आईटीआई में प्रिंसिपल के पद पर थे जो रिटायर्ड हो चुके थे। जिनका पिछले 12 वर्षों से पैरालाइज होने के कारण बेड रेस्ट पर थे। और बीमार चल रहे थे सोमवार रात्री उनकी मृत्यु हो गई थीं।आज उनकी अंतिम यात्रा में उनकी बेटीयो रश्मि,ममता गुप्ता, पिंकी,रीना ने अंतिम यात्रा के दौरान पिता की अर्थी को कंधा दिया।

 

इसके बाद में बेटीयो ने ही पिता के अंतिम संस्कार की रस्म निभाकर उन्हें मुखाग्नि दी। बेटी ममता गुप्ता एक आर्किटेक्ट है और पाली शहर में विभिन्न सामाजिक संगठन अग्रवाल समाज महिला मंडल में सचिव,रेडक्रॉस से जुड़ कर सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमो में बढ़चढ़ कर समाज सेवीका के रूप में कार्य करती है। और पिछले 12 वर्षों से बीमारी की हालत में अपने पिता की सेवा भी करती आ रही है। दिवंगत मनमोहन गुप्ता के केवल चार बेटियां ही है और कोई दूसरी संतान नहीं है। दिवंगत मनमोहन गुप्ता अपनी मिलनसारिता और मधुर व्यवहार से सबके दिलों में जगह बनाए हुए थे। अंतिम यात्रा में शहर के समाजसेवी लोग सहित प्रतिष्ठित व्यक्तिय मौजूद रहे।

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