मुख्यमत्री भजनलाल शर्मा मिलावट को लेकर किसी को बख्शने के मूड में नहीं और जबरदस्त तरीके से पूरे राजस्थान में अभियान चलाकर मिलावट करने वालो शिकंजा कसा जा रहा है, लेकिन जोधपुर में इस अभियान को शायद ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है
जोधपुर। पूरे प्रदेश में मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और मिलावटखोरों के खिलाफ लगातार कार्यवाही भी की जा रही है माल सीज किया जा रहा है, सैंपल भरे जा रहे है। इस ताबड़तोड़ अभियान से मिलावट करने वालो में भगदड़ सी मच गई है और जनता को मिलावट से राहत भी मिली है, इस पूरे महीने में जयपुर, कोटा, हनुमानगढ़, श्री गंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर, अजमेर, नागौर, भीलवाड़ा सहित कई जगहों पर ताबड़तोड़ कार्यवाहीया हुई है और सैंपल भरे गए है। लेकिन शायद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जोधपुर में इस तरह की कार्यवाही के लिए मना किया हुआ है क्योंकि आप हमारे समाचार पत्र में हर जिले में सैंपलिंग की खबरे लगातार खबरे पढ़ रहे है। लेकिन वो जोधपुर को छोड़कर प्रदेश के अन्य जिलों की खबरे है। जनता हमसे ये सवाल कर रही है कि जोधपुर में इस तरह की कोई कार्यवाही क्यों नही हो रही है, हम इसका जवाब नही दे पा रहे है क्योंकि विभाग हमे जवाब नही दे रहा है। दैनिक महका संसार
क्या गुपचुप तरीके से हो रही है कार्यवाहियां या चल रहा है घालमेल
खाद्य सुरक्षा दल द्वारा जब भी कोई सैंपलिंग की कार्यवाही की जाती है तब मिडिया को सूत्रों द्वारा कभी कभी पता चल जाता है या फिर विभाग द्वारा प्रेस नोट भिजवा दिया जाता है और उस कार्यवाही की खबरे भी प्रकाशित हो जाती है। जिससे जनता को पता चलता हैं कि कोनसा ब्रांड मिलावटी है और कोनसा शुद्ध, लेकिन जोधपुर खाद्य सुरक्षा दल या तो कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है या फिर गुप चुप तरीके से अपनी मनमर्जी सैंपल भरकर खानापूर्ति कर रहें है प्रेस को दी जानकारी के अनुसार अंतिम सैंपल 16 अप्रैल को लिया गया था जिसका प्रेस नोट विभाग द्वारा भेजा गया था। उसके बाद किसी भी तरह का कोई प्रेस नोट जारी नही किया गया है, इसका मतलब ये है कि या तो पिछले डेढ़ महीने में कोई भीं कार्यवाही नही की गई है और अगर कार्यवाही भी की गई हैं तो मिडिया से छुपाकर सैंपल लिए जा रहे है। इससे अंदेशा है कि मिलावट करने वालों से मिलीभगत की जा रही है और सरकार को सैंपल भरने के आंकड़े पेश कर अभियान का मजाक उड़ाया जा रहा है। विभाग सैंपलिंग की सूचना या प्रेस नोट भी जारी नही करता इससे पता चलता है कि जोधपुर का खाद्य सुरक्षा दल किस तरह अभियान का मजाक उड़ा रहा है।