कोटा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जगदीश सोनी एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल चंद्रवीर सिंह जादौन और सहायक गजेंद्र नागर एवं उनकी पूरी टीम ने कोटा शहर में मिलावट के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाया था। इसी के फलस्वरुप कोटा शहर में अब मिलावटखोरी करने वाले खौफ में आ चुके हैं और मिलावट में कमी आई है चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम की ताबड़तोड़ कार्यवाहियों के चलते मिलावटखोरो में हड़कंप मच गया था।
खाद्य सुरक्षा की टीम ने रुख किया अब गांवों का
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शहर में ताबड़तोड़ कार्यवाहियां करने के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र का रुख किया है, क्योंकि जिले की आधी से ज्यादा आबादी गांव में बसती है और मिलावटखोरों ने भी शहर को छोड़ गांव को अपना मार्केट बना लिया है इसी के चलते खाद्य सुरक्षा दल ने भी गांवों में कार्रवाई शुरू कर दी है जिसके तहत जिले के कस्बों दीगोद, सुल्तानपुर, बड़ोद, इटावा, तालाबगांव, खतौली में कचोरी विक्रेता, ढाबा, रेस्टोरेंट सहित कुल 20 जगह का सघन निरीक्षण किया और कचोरियां एवं नमकीन जिस तेल में तले जा रहे थे उनकी जांच की।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम को देखते ही कचोरी विक्रेताओं में हड़कंप मच गया अधिकांश स्थानों पर टीम के पहुंचने से पहले ही दुकानदारों ने पुराने तेल को बदलकर ताजा तेल कचोरी इत्यादि तलने में काम में लेना शुरू कर दिया टीम ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न दुकानों से 9 खाद्य पदार्थों के नमूने लिए हैं इन नमूनों को खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला भेजा जाएगा एवं जिनकी रिपोर्ट आने के बाद नियम अनुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी गांव में सघन निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल चंद्रवीर सिंह जादौन और सहायक गजेंद्र नागर शामिल थे।