वड़ोदरा। गुजरात में भाजपा शासित वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीएमसी सांसद यूसुफ पठान की परेशानियां बढ़ा दी है। यूसुफ पठान को वडोदरा नगर निगम ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए नोटिस भेजा है। यूसुफ पठान को अतिक्रमण हटाने के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया है।
पठान को 6 जून को नोटिस भेजा गया था, लेकिन गुरुवार को यह मामला तब सामने आया, जब वार्ड 14 के पूर्व भाजपा पार्षद विजय पवार ने स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ. शीतल मिस्त्री को पत्र लिखकर युसुफ पठान से जमीन का कब्जा लेने की मांग की। बता दें कि पूर्व ऑलराउंडर पठान ने लोकसभा चुनाव में बहरामपुर निर्वाचन क्षेत्र से टीएमसी की टिकट पर जीत हासिल की है।
नोटिस पर पवार ने कहा- पठान ने 3 मार्च 2012 को एक पत्र भेजकर उक्त जमीन खरीदने की अनुमति देने का अनुरोध किया था और 57,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर की कीमत की पेशकश की थी। प्रस्ताव को सामान्य बोर्ड के समक्ष रखा गया और 8 जून 2012 को बिना किसी विरोध के मंजूरी दे दी गई थी। लेकिन, इसके बाद राज्य सरकार ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।
राज्य सरकार के इस फैसले के बावजूद युसुफ पठान ने अपने निवास की एक परिसर की दीवार बनाकर जमीन पर अतिक्रमण कर लिया। यदि नगर निगम सरकारी भूमि से झोपड़ियों और अन्य बस्तियों के अतिक्रमण को हटा सकती है, तो फिर पठान को अतिक्रमण रखने की अनुमति क्यों दी जानी चाहिए?
6 जून को यूसुफ पठान को नोटिस दिया था
स्थायी समिति के अध्यक्ष मिस्त्री ने कहा- मुद्दा (वीएमसी भूमि पर अतिक्रमण का) हमारे संज्ञान में आया था। इसे भाजपा नगरसेवक विजय पवार ने भी उठाया था। हमने पहले ही 6 जून को यूसुफ पठान को नोटिस दिया था और उन्हें लगभग दो सप्ताह का समय भी दिया था। यह पठान के लिए स्वयं अतिक्रमण हटाने का उचित समय है। अगर वह नोटिस का पालन नहीं करते हैं तो हम आगे की कार्रवाई करेंगे।
स्थायी समिति के अध्यक्ष डॉ. शीतल मिस्त्री ने कहा कि यह मुद्दा इसलिए उठाया गया क्योंकि यह सामने आया था कि पठान ने कथित तौर पर नगर निगम की भूमि के एक हिस्से पर अतिक्रमण किया था। इसके बाद उनसे पूछा गया कि क्या यह एक राजनीतिक कदम है? मिस्त्री ने कहा कि मुझे राजनीतिक कदम के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन हमारे संज्ञान में आने के बाद यह अतिक्रमण हटाने की एक प्रक्रिया है।