अजमेर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशों की पालना में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने बिरला सिटी वाटर पार्क में स्थित रेस्टोरेंट की जांच की जांच पर यहां तेल अनुपयोगी पाया गया। साथ ही खाने में मिलाने वाला कलर भी बरामद कर उसे नष्ट करवाया एवं अन्य नियमितताओं के लिए नोटिस दिया गया है एवं कई खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाया गया है।
टीपीसी मीटर में तेल की रीडिंग अधिकतम 25 की जगह 43 पाई गई
अजमेर सीएमएचओ डॉक्टर ज्योत्सना रंगा ने बताया कि जिला प्रमुख कार्यालय से प्राप्त शिकायत पर फूड सेफ्टी टीम को बिरला सिटी वाटर पार्क रेस्टोरेंट भेजा गया है। रेस्टोरेंट में जिस खाद्य तेल से छोले भटूरे, ब्रेड पकोड़ा आदि तैयार किए जा रहे थे उसे जब टीपीसी मीटर द्वारा तेल की जांच की गई तो रीडिंग अधिकतम 25 के स्थान पर 43 पाई गई इसका मतलब यह है कि खाद्य तेल अनुपयोगी है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
रेस्टोरेंट के मैनेजर रामनिवास शर्मा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सुबह कढ़ाई में तेल भरते हैं देर शाम तक गर्म होता रहता है ऑर्डर के अनुसार छोले भटूरे और ब्रेड पकोड़ा रोजाना करीब 300 से 400 प्लेट तैयार होती है लगातार गर्म होने से तेल की क्वालिटी खराब हो जाती है मौके पर कढ़ाई में रखें तेल का नमूना लेकर शेष तेल को उपयोग में नहीं लेने के लिए पाबंद किया गया। मैनेजर को तेल को किस प्रकार उपयोग में लेना है इसकी पूरी जानकारी भी दी गई साथ ही मौके पर तैयार की गई चाऊमीन में फूड कलर पाया गया जिसे भी नष्ट करवाया गया। फूड कलर के 10 डिब्बों को मौके पर नष्ट किया गया वहीं रेस्टोरेंट से मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल, आटा, बेसन एवं चाय के नमूने लिए गए है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। संस्थान द्वारा नियमानुसार अनिवार्य फूड हैंडलर की स्वास्थ्य जांच, पानी की जांच, पेस्ट कंट्रोल आदि भी नहीं करवाए गए थे जिसके लिए मैनेजर को निर्देशित किया गया है और नोटिस भी जारी किया है
इस पूरी कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी, अजय मोयल और सहायक राजकुमार इंदौरिया शामिल थे