श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशों के अनुसार पूरे प्रदेश में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान चलाया जा रहा है इसी के तहत श्रीगंगानगर खाद्य सुरक्षा दल ने रीको स्थित एक देसी घी की फैक्ट्री पर कार्यवाही करते हुए 400 लीटर देसी घी सीज किया है। खाद्य सुरक्षा दल ने इस देसी घी के निर्धारित मानकों पर तैयार नहीं होने की आशंका में संदिग्ध मानते हुए मिल्क बाइट ब्रांड के घी को सीज कर सैंपल लिया है।।
शुक्रवार को दोपहर खाद्य सुरक्षा दल की टीम एवं जॉइंट डायरेक्टर फूड सेफ्टी एस.एन.धौलपुरिया और सीएमएचओ डॉक्टर अजय सिंगला के नेतृत्व में टीम रीको स्थित फैक्ट्री महादेव इंडस्ट्री पर पहुंची। यहां फैक्ट्री का मालिक अमित गुप्ता भी मौजूद था। टीम ने फैक्ट्री में रखा घी जांचने की कार्यवाही शुरू की। फैक्ट्री में करीब 5 से 6 माह से उत्पादन हो रहा था करीब दो-तीन माह पहले भी इस फैक्ट्री से सैंपल लिया गया था लेकिन खाद्य सुरक्षा दल की मिलीभगती कहे या कुछ और इसके चलते लिए गए सैंपल की रिपोर्ट बाहर नहीं आने दी गई। लेकिन अब वापस इसी घी की जांच हुई है और सैंपल लिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉक्टर सिंगला ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि इस फैक्ट्री में निर्धारित स्टैंडर्ड से कम का घी तैयार होने की जानकारी मिली थी। इसलिए इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। सिंगला ने बताया कि फुट सेफ्टी से जुड़ी कार्यवाही इन दिनों लगातार की जा रही है। अगले कुछ दिन तक कार्यवाही इसी तरह जारी रहेगी गुरुवार रात को भी विभाग की टीम ने रिको में प्रिंटिंग प्रेस के लिए किराए पर दी गई एक फैक्ट्री के कैंपस में नकली देसी घी बनाते हुए पकड़ा था। इस दौरान टीम ने करीब 5000 लीटर घी और वनस्पति तेल सीज किया था। यहां घी मिक्स करने, लेबलिंग और पैकिंग में काम आने वाली मशीन भी पकड़ी गई थी एवं कई ब्रांडेड कंपनियों के छोटे व बड़े डिब्बे और पैकिंग के कार्टून मिले थे।