जस्टिस फरजंद अली ने समझी जनता की पीड़ा
– 2 कोर्ट के 528 प्रकरणों की सुनवाई
– शाम साढ़े छह बजे तक बैठी कोर्ट, चली सुनवाई
जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट के जज जस्टिस फरजंद अली ने सोमवार को एक दिन में 500 से ज्यादा मुकदमों की सुनवाई कर कीर्तिमान रचा। उन्होंने खुद अपनी कोर्ट सूचीबद्ध 325 प्रकरणों के अलावा कोर्ट नम्बर 13 के समक्ष सूचीबद्ध 203 प्रकरणों की भी सुनवाई की। इसके लिए जस्टिस अली ने शाम 6.30 बजे तक लगातार विभिन्न फौजदारी प्रकरणों की सुनवाई की।
दरअसल, जस्टिस अली के पास फौजदारी अपीलों, रिवीजन और अन्य फौजदारी मामलों का रोस्टर है। वहीं कोर्ट नम्बर 13 में जस्टिस मदनगोपाल व्यास विभिन्न आपराधिक मामलों में जेल की सलाखों में बंद मुलजिमों की जमानत के प्रकरण सुनते हैं। सोमवार को किन्हीं कारणों से जस्टिस व्यास अवकाश पर थे। ऐसे में जमानत प्रकरणों की सुनवाई भी जस्टिस फरजंद अली को सौंप दी गई। इससे एकबारगी वकीलों में यह चर्चा फैल गई कि अब उनके प्रकरण सुनवाई में कैसे आएंगे। कोर्ट की कार्यवाही सवेरे 10.30 बजे से 4.30 बजे तक चलती है। इसमें 1 बजे से 2 बजे तक भोजनावकाश होता है। जब कोर्ट की कार्यवाही का समय समाप्त हो रहा था, तब जस्टिस अली ने वकीलों को निश्चिंत करते हुए कहा कि अदालत सभी मामले सुनकर ही उठेगी, चाहे कितना भी समय लगे। उन्होंने कहा कि खुद अदालत और पूरा स्टाफ इसके किये आज तय करके आयें हैं। इसके बाद वे शाम 6.30 तक मुकदमों की सुनवाई करते रहे और दोनों कोर्ट की लिस्ट पूरी करके ही उठे। गौरतलब है कि हाईकोर्ट में 23 दिसम्बर से शीतकालीन अवकाश है। ऐसे में अगर प्रकरण आज सुनवाई में नहीं आते तो 2 जनवरी से पहले इनका सुनवाई में आ पाना मुश्किल था।