यदि डीएनए टेस्ट हो जाए तो बच्ची सहित सभी के लिए सही होगा।
महका संसार / बाबू अंसारी
जयपुर/राजस्थान जयपुर सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय में एक बार फिर बच्चा बदलने का मामला उठा है। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें बेटा होने की सूचना दी, लेकिन बाद में बेटी दे दी गई। परिजनों ने कहा कि उन्हें बेटी से भी परेशानी नहीं है, लेकिन डीएनए टेस्ट चाहते हैं, ताकि सब कुछ क्लियर हो सके। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऑपरेशन थियेटर में सभी थे और उन्हें लड़की ही हुई है।
डीएनए टेस्ट हम सीधे तौर पर नहीं करा सकते। मामले के अनुसार कानोता निवासी शोभा शर्मा को सोमवार सुबह महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोपहर करीब 12 बजे उन्हें बेटी दी गई, लेकिन जब परिजन शोभा से मिले तो उसने कहा कि स्टाफ ने उन्हें लड़का होने की जानकारी दी थी तो फिर लड़की कैसे दी। जब शोभा के पति नवल किशोर ने स्टाफ से बात की तो उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस में मामला दर्ज नहीं होगा, वे डीएनए टेस्ट नहीं कर सकते। इसके बाद परिजन थाने पहुंचे, लेकिन वहां से भी उन्हें भेज दिया गया।
कहा गया- जब तक अस्पताल मामले की पड़ताल नहीं करेगा, वे रिपोर्ट नहीं लिखेंगे। इसके बाद परिजन फिर से अस्पताल पहुंचे, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। अब परिजन परेशान हैं और उनका कहना है कि वे संदिग्ध परिस्थिति में बच्ची को कैसे ले जा सकते हैं। यदि डीएनए टेस्ट हो जाए तो बच्ची सहित सभी के लिए सही होगा।
किसी भी बच्चे को नहीं बदला गया है, यह परिजनों का भ्रम है। शोभा के लड़की ही हुई है और मैंने स्टाफ से इस बारे में बात कर ली है। -डॉ. आशा वर्मा, अधीक्षक, महिला अस्पताल।