प्रदेश की एक मात्र स्पेशल सेन्ट्रल जेल के अस्पताल मे नही है बीमार बंदियों के लिये बैड राजा भईया ने उठाई आवाज़

स्पेशल सेन्ट्रल जेल के अस्पताल मे बीमार बंदियों हेतु बैड उपलब्ध कराये प्रशासन_एडवोकेट तोमर

दैनिक महका संसार / बाबू अंसारी

दौसा। पूरे राजस्थान प्रदेश मे केवल एक मात्र स्पेशल सेन्ट्रल जेल श्यालावास दौसा मे स्थित है इस जेल मे प्रदेश के भिन्न भिन्न जिलों के ही नही बल्कि अन्य प्रदेशो के हवालाती व सजा पाये बंदियों को राजस्थान जेल मुख्यालय के आदेशों से सुरक्षा की दृस्टि से रखा जाता है! दिल्ली हाई कोर्ट के एडवोकेट एवं मनवाधिकार कार्यकर्ता राजेन्द्रसिंह तोमर राजा भईया ने आज प्रेस नोट जारी करते हुए बताया की वह पूरे प्रदेश की जेलों मे बंदियों के अधिकारों की लड़ाई पिछले कई वर्षों से लड़ते चले आ रहे है और उनकी आवाज़ को अपने माध्यम से संबन्धित अधिकारियो तक समय समय पर पहुँचाते रहते है, उन्होंने बताया की उपरोक्त जेल मे जेल प्रशासन द्वारा अच्छे तरिके से जेल का प्रबंधन किया हुआ है और नियमानुसार बंदियों को सभी सुबिधाये भी दी जाती है परन्तु जेल के भितर बीमार बंदियों, जेल कर्मियों के लिये बने जेल अस्पताल मे एक भी बैड, पलंग नही है यहाँ डॉक्टर दवाईया आदि तो है परन्तु अचानक किसी बन्दी या जेल कर्मी की तबियत बिगड़ने पर यदि उसे एक दो दिन यहाँ के अस्पताल मे चिकित्सा के लिये भर्ती कर लिया जाये या उन्हें कोई दवाई या ग्लूकोस आदि की ड्रिप चढ़ानी पड़े तो मजबूरन बंदियों को जमीन पर ही लेटना पड़ता है, जिससे उसे मानसिक और शारीरिक पीड़ा तो होती ही है साथ ही उसके मानवीय अधिकारों को भी ठेस पहुँचती है प्रदेश की लगभग सभी सेन्ट्रल जेलों मे अस्पताल और वहाँ बीमार बंदियों के लिये बैड की सुबिधाये प्रशासन ने दी हुई है जयपुर सेन्ट्रल जेल मे तो एक पूरे वार्ड मे लगभग 30-35 बैड़ो वाला अस्पताल वार्ड बना हुआ है फिर इस जेल के अस्पताल मे एक भी बैड क्यों? नही है इसके लिये राजा भईया ने आज एक लिखित पत्र चैयरमैन महोदय राज्य मनवाधिकार आयोग, जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष महोदय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दौसा, जेल डी जी महोदय जेल मुख्यालय एवं डी एम महोदय जिला दौसा के नाम रजिस्टर्ड पोस्ट से भेज कर इस समस्या का जल्द से जल्द हल करने का निवेदन कर इस जेल अस्पताल मे भी बीमार बंदियों के लिये तत्काल कम से कम 6 अस्पताल बैड उपलब्ध करने की मांग की है जनहित, समाज हित व मानव हित मे की भेजें पत्र की प्रतियां भी उन्हीने पत्रकारों को दी, अब आगे पूरा मामला प्रशासन के पाले मे है देखना होगा की इस जेल के अस्पताल मे बीमार बंदियों के लिये कब तक बैड उपलब्ध कराये जाते है वैसे जो भी हो राजा भईया की मांग आखिर है तो एक दम जाइज और जनहित तथा बन्दी हित मे जमीन पर लिटा कर ईलाज होना बहुत पीड़ा दायक है। र्ट