एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल में होगी कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं, नही जाना पड़ेगा जोधपुर से बाहर

एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल में होगी कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं, नही जाना पड़ेगा जोधपुर से बाहर

जोधपुर। पश्चिमी राजस्थान में चिकित्सा सुविधाओं में सबसे बड़ा नाम गोयल अस्पताल ने मरीजों की सुविधाओं को देखते हुए एक और सेवा शुरू की है जिसके अंतर्गत अब कैंसर के मरीजों को जोधपुर से बाहर नही जाना पड़ेगा कैंसर के इलाज के लिए पहले अधिकतर मरीज अहमदाबाद, जयपुर या मुंबई जा रहे थे जोधपुर में इस तरह की मशीन निजी अस्पताल में उपलब्ध नही थी मरीजों की इसी परेशानी को देखते हुए गोयल अस्पताल ने एसकेजी कैंसर अस्पताल की शुरुआत की है।

पश्चिमी राजस्थान में ऐसी पहली मशीन होगी जोधपुर में 

एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल के संचालक डा. आनंद गोयल ने बताया कि इस अस्पताल में पश्चिमी राजस्थान निजी अस्पताल में पहली मशीन होगी जिसे ड्यूल हाई एनर्जी इलेक्टा सिनर्जी लीनियर एक्सीलेटर मशीन लगाई है जो कि वीवीएमएटी, आईएमआरटी और आईजीआरटी टेक्नोलॉजी से सुसज्जित है जिसमे यहां पर कैंसर के मरीजों को रेडियोथेरेपी की सुविधा भी मिलने लगी है एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल गुड़ा रोड़ झालामंड में शुरू किया गया है कैंसर विभाग की टीम में कैंसर रोग विशेषज्ञ डा.अभिषेक शर्मा, पटाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई में सेवा दे चुके है, कैंसर शल्य चिकित्सक डा.मोहित भारद्वाज ने एम्स जोधपुर में सेवा दे चुके है साथ ही डा.गौरव गहलोत जो कि गीतांजलि हॉस्पिटल उदयपुर में सेवा दे चुके इन सभी डॉक्टर्स की अनुभवी टीम की सेवा अब जोधपुर के एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल में उपलब्ध रहेगी।

गोयल अस्पताल की एक नई यूनिट है एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल

जोधपुर के चिकित्सा क्षेत्र ने जाना माना नाम है गोयल अस्पताल,जहां वर्षो से लाखो मरीज सही होकर अपना सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे है और जहां निजी अस्पताल में इलाज की बात की जाती है तो सबसे पहले गोयल अस्पताल का नाम आता है जहां पहले से ही गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा रहा है और निजी चिकित्सा के क्षेत्र में सबसे ऊपर और विश्वनीय नाम गोयल अस्पताल ही है जिसे आनंद गोयल ने अपनी मेहनत और विश्वास से इस स्तर पर खड़ा किया है और इनके सुपुत्र सुयेश गोयल इसी परंपरा को निभा रहे और इस अस्पताल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे है जिसके परिणाम स्वरूप आज एसकेजी कैंसर हॉस्पिटल की शुरुआत की गई है जिससे मरीजों को जोधपुर से बाहर नही जाना पड़ेगा और विश्वस्तरीय केंसर का इलाज जोधपुर में ही हो सकेगा।