शादी समारोह में बढ़ते फुड पॉइजनिंग मामलो के लिए मिलावटी खाद्य सामग्री है जिम्मेदार, जानबूझकर काम में लिया जा रहा है नकली घी और खाद्य पदार्थ

लगातार बढ़ रहे है फुड पॉइजनिंग के मामले, एक साथ सैकड़ो लोग आते है गिरफ्त में, क्या है इसके पीछे के कारण

जयपुर। आजकल आप कई बार समाचार पत्रों और चैनल के माध्यम से ऐसी खबरे देखते या पढ़ते रहते हो जिसमे बताया जाता है कि शादी या अन्य समारोह में खाना खाने से सैकड़ो लोग पहुंचे अस्पताल, ऐसी खबरे रोजाना कहीं ना कहीं से आती रहती है आखिर इसके पीछे क्या राज है जो आए दिन शादी या कोई भजन संध्या या कोई धार्मिक प्रोग्राम हो वहां पर खाना खाने से सैकड़ो लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच जाते हैं इसी विश्लेषण को लेकर है ये हमारी खबर

सस्ते खाद्य पदार्थ काम ले लेकर करते हैं आयोजन 

शादी या किसी धार्मिक कार्यक्रम में कम बजट में ज्यादा लोगों को खाना खिलाने के उद्देश्य से ऐसे लोग बाजार से घटिया क्वालिटी का सामान खरीद कर भोजन को तैयार कर लेते हैं और उसी खाने को सभी को परोस देते हैं लेकिन घटिया क्वालिटी की सामग्री होने से शादी या धार्मिक आयोजन मातम में बदल जाता है इसके पीछे मिलावट करने वाले लोग शामिल है जो ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करते हैं कि आप कम पैसों का माल खरीद ले जिससे आपके सामूहिक खाना सस्ता पड़ेगा। इसी लालच में आकर वे लोग सस्ता, घी, तेल और अन्य खाद्य सामग्री खरीद लेते हैं जिसे खाने का खामियाजा उसमें भोजन करने वालों को भुगतना पड़ता है।

नकली घी का 15 किलो का पीपा मिलता है 3 हजार में 

ऐसे लोग जो इस तरह का घी बनाते हैं उनका संपर्क खाना बनाने वाले हलवाइयों और किराने व्यापारियों से होता है और हलवाई ऐसे घी की सलाह देते हैं एवं एक विशेष दुकान पर जाकर घी खरीदने की राय देते हैं जो घी 15 किलो का बाजार में 8 हजार से 10 हजार में मिलता है उसी कंपनी का नकली घी को तेल और घटिया बटर ऑयल में एसेंस मिलाकर तैयार कर लिया जाता है ऐसे घी को बनाने के लिए 15 सौ से 17 सौ का खर्चा आता है एवं बाजार में 3 हजार प्रति 15 किलो के हिसाब से बिक जाता है जो दिखने में एकदम घर जैसा होता है एवं उसमें एसेंस द्वारा उसमे खुशबू भी डाल दी जाती है ऐसे घी से बना कोई भी खाना या मिठाई से असली घी जैसी खुशबू आती है लेकिन घटिया क्वालिटी एवं घटिया माल से बनाए गए ऐसे घी से बनी सब्जी या मिठाई खाने वाले को बीमार कर देता है और कई बार तो कई लोग जान से हाथ धो बैठते हैं इसके पीछे ऐसा घर और तेल होता है इसलिए शादी या किसी भी धार्मिक आयोजन के लिए इस तरह का घी या तेल काम में नहीं लेना चाहिए।

मंडोर मंडी में ऐसे कई व्यापारी है जो इस तरह का घी बेचते हैं 

जोधपुर की मंडोर मंडी में ऐसे कई व्यापारी है जो इस तरह का घी बेचते हैं और उनके फिक्स ग्राहक होते हैं उन्हीं को यह घी बेचा जाता है बिना जान पहचान के किसी को भी यह लोग ऐसा घी नहीं देते हैं या फिर आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं किसी भी ग्राहक के मांगने पर पहले ये अनभिज्ञता जताते हैं और किसी मिलने वाले से बात करवाने पर ऐसा घी उपलब्ध करा दिया जाता है अचरज की बात तो यह है कि कई बार तो सौदा सेट होने के बाद ग्राहक को दुकान पर कुछ देर इंतजार करने के लिए बोला जाता है एवं हाथों-हाथ ही ऐसा घी बनाकर बेच दिया करते हैं इस तरह के घी को बेचने वाले और खरीदने वाले दोनो जिम्मेदार होते हैं एवं शादी या किसी समारोह में आने वाले मेहमान इसके शिकार बन जाते हैं हमने जब मंडोर मंडी में इसकी जांच की तो कई लोग सामने आए जो इस तरह का धंधा कर रहे हैं आने वाले दिनों में हम ऐसे लोगो का खुलासा करने वाले हैं जिससे आपके स्वास्थ्य को कोई नुकसान ना हो और ऐसे घटिया काम करने वाले सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम हम करेंगे।

घी की तरह ही मिलते हैं नकली व सस्ते मसाले 

जिस तरह 9 से 10 हजार का पीपा आपको 3 हजार या 3500 में मिल जाता है इस तरह ऐसे ही शादी समारोह या अन्य आयोजनों में काम में लेने के लिए मसाले भी मिल जाते हैं जिसमें केवल मिलावट के अलावा और कुछ नहीं होता है जिसको खाने से लोग बीमार पड़ते हैं और फूड प्वाइजनिंग का शिकार भी होते हैं। अच्छी मिर्ची जो बाजार में 300 रुपए या उससे अधिक किलो मिल जाती है और इसके मुकाबले नकली मिर्ची जो दिखने में हुबहू असली मिर्च जैसी होती है लेकिन उसमें स्प्रे से रंग करके मिर्ची जैसा बना दिया जाता है जो आपको मात्र एक सौ रुपए किलो में मिल जाती है साथ ही हल्दी, धनिया एवं अन्य मसाले भी कम दाम में जोधपुर कृषि मंडी और सिवांची गेट मसाला बाजार में मिल जाते हैं ऐसा ही एक व्यापारी है जो नकली मिर्ची बेचने में पुराना खिलाड़ी है और धड़ल्ले से अपना काम करता आया है इसकी विशेषता यह है कि यह व्यापारी लगातार जगह को बदल बदल कर काम करता है जिससे स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में नहीं आ सके लेकिन अभी पिछले कुछ महीनो पहले ही इस व्यापारी की फैक्ट्री पर कार्यवाही होने के बाद भी लगातार यह व्यक्ति नकली मिर्च और मसाले का व्यापार कर रहा है हमारे टीम को इसकी सूचना मिली है एवं जल्दी हम ऐसे लोगों को बेनकाब करेंगे जो आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

सस्ती खाद्य सामग्री से आयोजन करना आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ है

आए दिन फूड प्वाइजनिंग के मामले बढ़ते जा रहे हैं लेकिन निजी तौर पर ऐसे आयोजन होने से स्वास्थ्य विभाग इन पर कार्यवाही नहीं करता जिससे ऐसी घटिया क्वालिटी का खाद्य पदार्थ बेचने वाले बच निकलते हैं इसलिए जहां कहीं भी फूड पॉइजनिंग के मामले आए तो ऐसे में आयोजनकर्ता एवं खाना बनाने वाले हलवाई पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि आयोजन में आने वाले लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने के लिए ऐसे लोगों की जिम्मेदार है आयोजनकर्ता सिर्फ शुद्ध खाद्य पदार्थ खरीद कर ही हलवाई को दे एवं हलवाई द्वारा भी खाना बनाने के दौरान साफ सफाई का ध्यान रखा जाना चाहिए जिससे लोगों के जान के साथ खिलवाड़ ना हो।

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