दौसा में 29 मई को लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में मदर चॉइस घी को अमानक स्तर का बताया गया, होगी जुर्माने की कार्यवाही
दौसा। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशों के अनुसार शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान चला रखा है। इसी अभियान के तहत अब नतीजे भी आने लगे हैं घटिया घी लगातार बाजार में बिक रहा है और रिपोर्ट के अनुसार ऐसे घी मिलावटी घी है जो आपके शरीर को कोई फायदा नहीं पहुंचाते है।
दौसा में लिए गए मदर चॉइस घी का सैंपल अमानक स्तर का
दौसा में सरकार के अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारी महेश कुमार सैनी द्वारा 29 मई को घी का नमूना लिया गया था जिसका नमूना संख्या ए जी 4329 है जिसको जांच के लिए जयपुर प्रयोगशाला भेजा गया था। जिसकी जांच रिपोर्ट 14 जून को आई थी और इसी जांच के तहत 9 जुलाई को अभिहित अधिकारी ने संबंधित फर्म को नोटिस जारी किया है।
देशी घी के नाम पर आप खा रहे है वनस्पति मिला घी
मदर चॉइस घी द्वारा बाजार में अलग अलग तरह की पैकिंग करके देशी घी होने का दावा किया जाता है और आम जनता इस घी को देशी घी समझकर खरीद लेती है लेकिन जयपुर की खाद्य प्रयोगशाला के अनुसार इस घी में वनस्पति घी को मिलाकर आम जनता को बेचा जा रहा है जबकि ये पूर्ण रूप से देशी घी है ही नही साथ ही मदर चॉइस घी की रिचर्ड वैल्यू राजस्थान में कम से 24 होनी चाहिए लेकिन इस घी की रिचर्ड वैल्यू मात्र 19 के आसपास है। यानी देशी घी बताकर आपको वनस्पति मिलाकर कम आरएम का घी जनता को बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है। ऐसे घटिया ब्रांड से आम जनता को सावधान रहने की जरूरत है।
3 जुलाई को हुई कार्यवाही में 1500 किलो मिल्क क्रीम और मदर चॉइस घी को किया था सीज
जयपुर की एक ट्रैवल एजेंसी से 1500 किलो मदर चॉइस और मिल्क क्रीम घी को सीज किया गया था जब खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने इस घी के बिलों की जांच की गई तो पता चला कि 290 से 350 रुपए किलो का घी है और इतने रुपए में आप खुद सोच ले शुद्ध घी कैसे आएगा इसलिए अपने स्वास्थ्य को देखते हुए ऐसे घी को खरीदना बंद करे जिसमे वनस्पति की मिलावट की गई है।
झूठी खबरों से रहे सावधान, मदर चॉइस घी में है मिलावट, यही सच्चाई
कुछ समाचार पत्र अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए आपको उल्टी सीधी खबर परोस रहे है और घी को शुद्ध बता रहे है लेकिन ऐसी खबरों में कोई सच्चाई नहीं है क्यों कि घी में अगर शुद्धता होती तो उसकी पास होने की रिपोर्ट से भी अवगत करवाया जाना चाहिए था लेकिन ऐसी मिथ्या और झूठी खबरे सिर्फ झूठ ही है हम हर खबर पूरे साक्ष्य जुटाने के बाद ही प्रकाशित करते है और इसलिए हम मदर चॉइस घी के दौसा की रिपोर्ट भी प्रकाशित कर रहे हैं हम लोगों के विश्वास को बनाए रखने के लिए पूरी पारदर्शिता रखते है।