छोटी काशी जयपुर में पवित्र तीर्थ स्थानों से लाये गए पवित्र जल, गंगाजल एवं दिव्य औषधियों से हुआ भोलेे का महाभिषेक

-बारिश भी नहीं रोक पाई श्रद्धा भक्ति को, श्रद्धालु बारिश में भी कतारों में खड़े रहे

जयपुर। सोडाला, नंदपुरी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव हनुमान मंदिर में पवित्र श्रावण मास के चौथे सोमवार को हरिद्वार से लाये गए गंगाजल सहित पवित्र तीर्थ स्थानों से लाए गए गंगाजल और दिव्य औषधियों से भगवान शिव का महाभिषेक किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक पंकज ओझा एवं गब्बर कटारा ने बताया कि परम श्रद्धेय अवधेश दास महाराज के पावन सान्निध्य में सुबह 5 से दोपहर 2 बजे तक यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।

कार्यक्रम का उद्देश्य 

श्रावण मास का चतुर्थ सोमवार हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की उपासना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। शिव भक्तों के लिए यह दिन अलौकिक महत्व रखता है। क्योंकि इस दिन किए गए शिव अभिषेक और आराधना से भगवान शिव अपने भक्तों पर अपार कृपा बरसाकर उनके सभी दुःख-दर्द हर लेते हैं।

गंगाजल और दिव्य औषधियों से हुआ शिव का अभिषेक

आराधना और शक्ति की अविरल धारा का यह आयोजन भगवान शिव के आशीर्वाद को प्राप्त करने और धर्म के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए किया गया। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले शिवभक्तों सेे किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया। इस महाभिषेक में गंगाजल, कैलाश मानसरोवर का जल, गंगासागर का जल, रामेश्वरम का जल,नर्मदा का जल, केदारनाथ, बद्रीनाथ , सरयू नदी का जल, पुष्कर का जल, उपयोग में लिया गया। इसके साथ ही दिव्य औषधियों नाग केशर, प्रियंगु, भांग, शमी पत्र, आक एवं सात प्रकार के रस एवं दुग्ध धारा से भोले का अभिषेक किया गया।

आयोजकों ने बताया कि सुबह 5 बजे भगवान शिव की आरती एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। महाभिषेक कार्यक्रम के दौरान सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां भी हुई। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा, मेडिकल सुविधाएं, साफ-सफाई और वॉलिंटियर्स के द्वारा प्रबंधन की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की की गई जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

इस अवसर पर मंदिर की विशेष विशेष सजावट की गई और रंगोलियां बनाई गई। 

बारिश भी नहीं रोक पाई श्रद्धा का सैलाब 

गुलाबी नगरी में पिछले 3-4 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। लेकिन भोले का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु अलसुबह से ही मंदिर के बाहर कतारों में खड़़े हो अपनी बारी का इंतजार करते रहे। शिव भक्तों पर बारिश का कोई असर देखने को नहीं मिला।

कावड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था- 

इस महाभिषेक कार्यक्रम में शिव भक्तों के लिए एक विशेष व्यवस्था की गई जिसके तहत जो भक्त हरिद्वार या अन्य किसी गंगाजल स्रोत से कावड नहीं ला सकता है, उसके लिए स्वेज फार्म सर्कल पर हरिद्वार से लाये गंगाजल से भरा टैंकर खड़ा किया गया। अनेकों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र गंगाजल रथ (गंगाजल के टैंकर) से गंगाजल प्राप्त कर भगवान शिव का अभिषेक कर पुण्य प्राप्त किया।

हनुमानजी की प्रेरणा से हुई सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर की स्थापना

सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर की स्थापना एक अद्भुत दिव्य प्रेरणा से हुई थी। समाजसेवी हेमंत खंडेलवाल को दिल्ली प्रवास के दौरान हनुमानजी ने स्वप्न में दर्शन देकर कहा कि वे एक ऐसे स्थान पर हैं जहां पानी का गड्ढा है और कोई निर्माण नहीं हुआ है। इस दिव्य संकेत को पाकर हेमंत खंडेलवाल ने उस दिव्य स्थान की पहचान कर उस पर मंदिर निर्माण का संकल्प लिया। उन्होंने अपनी श्रद्धा और समर्पण से मंदिर का निर्माण कराया, जिसके बाद वे एक सफल व्यापारी बने। मंदिर निर्माण के दौरान, कुछ भक्तों की मुलाकात अवधेश दास महाराज से हुई और उन्हें इस पवित्र स्थल की पूजा-अर्चना का निमंत्रण दिया गया। अवधेश दास महाराज की भक्ति और ज्ञान से प्रेरित होकर मंदिर का विस्तार हुआ। इसके बाद देखते ही देखते यह स्थल लाखों श्रद्धालुओं का भक्ति केंद्र बन गया। विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों और अनुष्ठानों का आयोजन यहां नियमित रूप से होता है, जिससे श्रद्धालु अपनी आस्था को और गहरा करते हैं।

उज्जैन महाकुंभ से लाये गए नर्मदेश्वर महादेव-

लगभग 20 वर्ष पूर्व जब अवधेश दास महाराज उज्जैन के कुंभ में गए तब वे नर्मदेश्वर महादेव की एक अद्वितीय मूर्ति लेकर लौटे, जिसमें भगवान भोलेनाथ के विभिन्न चिन्ह अंकित हैं। इस पवित्र मूर्ति को जयपुर में स्थापित किया गया, और तब से यह मंदिर और भी महिमा मंडित हो गया। नर्मदेश्वर महादेव के दर्शन और अभिषेक से अनगिनत भक्तों को अपार शक्ति, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हुई है। आज यह मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन चुका है, जहां लोग अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आते हैं और हनुमानजी महाराज तथा नर्मदेश्वर महादेव की कृपा का अनुभव करते हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मिनिस्टर अविनाश गहलोत, सांसद मंजू शर्मा, सिविल लाइन्स विधायक गोपाल शर्मा, विधायक बालमुकंुदाचार्य, प्रमुख सचिव विधानसभा महावीर शर्मा, अति. पुलिस अधीक्षक मुख्यमंत्री (सतर्कता) दिनेश शर्मा, कोऑर्डिनेटर मुख्यमंत्री कार्यालय राकेश शर्मा, महापौर जयपुर हेरिटेज मुनेश गुर्जर, विकास राजपुरोहित आरएएस विशेषाधिकारी मुख्यमंत्री, पूर्व कलेक्टर पी. शुक्ला, पूर्व आईजी, लक्ष्मण गौड़, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र कटारा, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता नमित जैन, जिला जज दिनेश गुप्ता, आरएएस जी.एल. शर्मा, आरएएस लक्ष्मीकांत कटारा, आरएएस भगवतसिंह, ज्योतिष विशेषज्ञ पं. पुरुषोत्तम गौड़, प्रसिद्ध हस्त रेखाविद पूजा शर्मा जोधपुर, प्रसिद्ध समाजसेवी रामगोपाल, विप्र सेना के राष्ट्रीय प्रमुख सुनील तिवाड़ी, प्रतिभा पुरोहित विधि विभाग, अभिमन्यु शर्मा नेता सचिवालय कर्मचारी अधिकारी संघ, बुद्धिप्रकाश शर्मा अध्यक्ष सचिवालय कर्मचारी संघ, अविनाश खंडेलवाल उद्योगपति, जे.डी. माहेश्वरी उद्यमी, मनीष गुप्ता उद्यमी, सुधीर जैन गोधा समाजसेवी, भगवतीसिंह बारेठ अधिवक्ता, जितेश शर्मा अध्यक्ष ब्राह्मण यूथ विंग, संजय अग्रवाल उद्यमी, अजय जैन उद्यमी, रामनिवास मथुरिया शिक्षाविद, हर्षित शर्मा एडवोकेट हाईकोर्ट,होटल व्यवसायी पवन गोयल जी पिंटू शर्मा, अभिषेक शर्मा, नवीन शर्मा उद्यमी, रश्मि त्रिवेदी, उमा भारती, संगीता खंडेलवाल, ममता पंचोली, हेमलता, ममता शर्मा, सुनीता शर्मा और मुख्य आयोजक गब्बर कटारा, पंकज ओझा आरएएस और सर्वेश्वर शर्मा, अभिषेक शर्मा, विवेक दशोरा सहित अनेक गणमान्य जन, सरकारी अधिकारीगण, राजनेता, पार्षदगण, उद्योगपति, डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्तागण, पत्रकारगण, मीडिया के बंधु, पुलिस के अधिकारी, समाजसेवी, उद्यमी, महिलाएं और बच्चे उपस्थित रहे।

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