मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव की सरकार में मंत्री गौतम टेटवाल को एक कार्यक्रम में अजान की आवाज सुनाई दी और उन्होंने अपना भाषण बीच में रोक दिया
नई दिल्ली। ऐसे वक्त में जब देश भर के राजनीतिक गलियारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारों को लेकर चर्चा हो रही है। साथ ही उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर भी सोशल मीडिया पर राजनीतिक बयानबाजी का दौर तेज है, ऐसे वक्त में बीजेपी की मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री का वीडियो सोशल मीडिया पर जोरदार ढंग से वायरल हो रहा है। वीडियो में कॉटेंट कुछ है ही ऐसा कि यह वायरल हो जाएगा। क्या है इस वीडियो में, आइए आपको बताते हैं।
मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव की सरकार में मंत्री गौतम टेटवाल एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम राजगढ़ के मऊ गांव में हो रहा था। जब टेटवाल लोगों के बीच अपनी बात रख रहे थे तभी उन्हें अजान की आवाज सुनाई दी और उन्होंने अपना भाषण बीच में रोक दिया।
जिस समय यह कार्यक्रम हो रहा था उस समय शाम का वक्त 7:15 का था और ईशा की नमाज हो रही थी। अजान पूरी होने के बाद मंत्री टेटवाल ने कहा- “वह कहता है कि उससे डरो, नेक काम करो। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।” इस दौरान उन्होंने मंच से- ‘ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर रसूल अल्लाह… भी पढ़ा।
मंत्री टेटवाल ने आगे कहा कि सभी भूमि गोपाल की है। वसुधैव कुटुंबकम। दुनिया में हम आए हैं तो सबका सम्मान करो, सब सुखी रहें, सब निरोगी रहें, सबका कल्याण हो। यह बात वह भी कह रहा है और हम भी कह रहे हैं। बीजेपी सरकार के मंत्री ने कहा कि सनातन संस्कृति ऐसी संस्कृति है जिसमें सभी का समावेश है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है तथा इसके विरोध में भी कुछ आवाजें सुनाई दी हैं।
हिंदू समाज से माफी मांगें मंत्री- शेखर तिवारी
मंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद इसके विरोध में संस्कृति बचाओ मंच उतर आया है। मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा है कि मंत्री सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और इसमें कोई परेशानी नहीं है लेकिन हमारे जैसे हिंदूवादी लोग उनके लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। तिवारी ने कहा कि कभी किसी मंदिर में आरती हो रही हो तब तो मंत्री ने अपना कार्यक्रम रुकवाकर आरती में शामिल होने का प्रयास नहीं किया होगा लेकिन अजान सुनाई दे गई तो वहां आपने खुद कलमा पढ़ा और चाहते तो शायद नमाज पढ़ने भी खुद जा सकते थे।